Fact Check: ताजमहल के निर्माण की AI जनरेटेड तस्वीर अंग्रेज फोटोग्राफर की बताकर हो रही वायरल

एआई निर्मित तस्वीरों को बनाने वाले कलाकार ने ताजमहल के निर्माण के दौरान की तस्वीर को भी एआई टूल की मदद से बनाया है। यूजर्स इसे असली समझकर शेयर कर रहे हैं। जिस समय ताजमहल का निर्माण हो रहा था, उस समय कैमरे का अविष्कार नहीं हुआ था।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। आगरा के ताजमहल को लेकर सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। इसमें ताजमहल के निर्माण और उसके आसपास कुछ अन्य लोगों को दिखाया गया है। तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि आगरा में ताजमहल के निर्माण के दौरान अंग्रेज फोटोग्राफर ने यह तस्वीर ली थी।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि ताजमहल के निर्माण को दिखाती हुई यह तस्वीर एआई टूल मिडजर्नी की मदद से बनाई गई है। डिजिटल क्रिएटर ने ताजमहल की इस तरह की कुछ अन्य तस्वीरें भी अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की हैं।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर Wisdom (आर्काइव लिंक) ने 19 जून को तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा,

“जब आगरा का ताजमहल बना रहा था तब की पिक्चर फिल्नम द्वारा अंग्रेज फोटोग्राफर”

पड़ताल

वायरल तस्वीर ज्यादा ब्राइट होने पर हमें यह संदिग्ध ​लगी। इसे गूगल लेंस की मदद से सर्च करने पर हमें हिन्दुस्तान टाइम्स की वेबसाइट पर 9 अप्रैल 2023 को छपी खबर मिली। इसमें ​वायरल तस्वीर का भी इस्तेमाल किया गया है। खबर में लिखा है कि इंस्टाग्राम यूजर ज्यो जॉन मुलर ने ताजमहल निर्माण के दौरान की एआई निर्मित तस्वीरों को शेयर किया है।

AI images of Tajmahal Construction

एबीपी लाइव की वेबसाइट पर भी इन तस्वीरों को ए​आई निर्मित बताते हुए खबर छपी है।

AI images of Tajmahal Construction

ज्यो जॉन मुलर ने 4 अप्रैल 2023 को ताजमहल के निर्माण के दौरान की एआई निर्मित तस्वीरों को शेयर किया है। इसमें वायरल तस्वीर को भी देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ में लिखा है, “अतीत की एक झलक! शाहजहां की अविश्वसनीय विरासत ताजमहल, इसके निर्माण के दौरान कैद की गई इन दुर्लभ तस्वीरों और उनके अनुमति पत्र को आप सभी के साथ साझा करने के लिए आभारी हूं।
Midjourney AI द्वारा बनाई गई”

AI images of Tajmahal Construction

एआई इमेज डिटेक्शन टूल इजइटआई से चेक करने पर इस तस्वीर के एआई निर्मित होने की संभावना करीब 75 फीसदी निकली।

हाइव मॉडरेशन ने भी इस तस्वीर के एआई निर्मित होने की संभावना जताई।

AI images of Tajmahal Construction

इस बारे में एआई एक्सपर्ट अंश मेहरा का कहना है कि यह तस्वीर एआई टूल से बनाई गई है। यह वास्तविक नहीं है।

भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, मुगल बादशाह शाहजहां के आदेश पर ताजमहल को बनवाया गया था। शाहजहां की पत्नी मुमताज महल की 1631 में मृत्यु हुई थी। मुमताज की याद में इस स्मारक का निर्माण 1632 में शुरू हुआ था, जो 1648 में बनकर तैयार हुआ था।

दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर छपे एक लेख के अनुसार, 1685 में जोहन जॉन ने कैमरे का डिजाइन तैयार किया था, लेकिन फ्रेंच इंजीनियर नाइसफोन निप्से ने वर्ष 1816 में सबसे पहले कैमरे से फोटोग्राफ निकाली थी।

एआई निर्मित तस्वीर को असली समझकर शेयर करने वाले फेसबक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। यूजर के 50 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: एआई निर्मित तस्वीरों को बनाने वाले कलाकार ने ताजमहल के निर्माण के दौरान की तस्वीर को भी एआई टूल की मदद से बनाया है। यूजर्स इसे असली समझकर शेयर कर रहे हैं। जिस समय ताजमहल का निर्माण हो रहा था, उस समय कैमरे का अविष्कार नहीं हुआ था।

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