Fact Check : पार्टी करते नेताओं की वायरल तस्वीर एआई जेनरेटेड 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पार्टी करते नेताओं की तस्वीरों के साथ किया जा रहा दावा गलत है। नेताओं की वायरल हो रही तस्वीर असल में  एआई टूल्स की मदद से बनाई गई है।  

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर नेताओं की कई तस्वीरों को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि चुनाव में थकने के बाद वो सभी साथ में मिलकर थकान मिटाते और जश्न मनाते हुए नजर आ रहे हैं। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। नेताओं की वायरल हो रही तस्वीर असल में  एआई टूल्स की मदद से बनाई गई है।  

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ने ‘Apna mohalla-अपना मोहल्ला’ वायरल तस्वीरों को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “महीनों के अथक प्रचार के बाद, उन्होंने वास्तव में भव्य उत्सव की रात अर्जित की! अंतिम वाला अवश्य देखिए।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

पहली तस्वीर में देखा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पूल साइड पर जूस पीते हुए नजर आ रहे हैं। वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को इज ईट एआई टूल की मदद से सर्च किया। टूल ने फोटो को 92.33 फीसदी एआई जेनरेटेड बताया है। 

दूसरी तस्वीर, जिसमें अमित शाह डांस करते और डीजे बजाते हुए नजर आ रहे हैं। उस तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को फोटो को एक अन्य टूल हाई मोडरेशन से चेक किया। टूल के मुताबिक, तस्वीर 99.1 फीसदी एआई जेनरेटेड है।

तीसरी तस्वीर, जिसमें उद्धव ठाकरे और देवेंद्र फडणवीस म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट सेक्सोफोन बजाते हुए नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने इज ईट एआई टूल की मदद से सर्च किया। टूल ने फोटो को 75.68 फीसदी एआई जेनरेटेड बताया है। 

चौथी तस्वीर में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पियानो बजाते हुए देखा जा सकता है। वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने एक अन्य एआई डिटेक्टर टूल हगिंग फेस का इस्तेमाल किया। टूल के अनुसार, ममता बनर्जी की वायरल तस्वीर 80 फीसदी एआई जेनरेटेड है। 

चौथी तस्वीर में कांग्रेस नेता शशि थरूर को एक महिला के साथ हंसते हुए देखा जा सकता है। वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने एआई डिटेक्टर टूल हाईव मोडरेशन का इस्तेमाल किया। टूल के अनुसार, वायरल तस्वीर 99 फीसदी एआई जेनरेटेड है। 

पांचवीं  तस्वीर में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गिटार बजाते हुए देखा जा सकता है। वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को इज ईट एआई टूल की मदद से सर्च किया। टूल ने वायरल तस्वीर को 80.10 फीसदी एआई की मदद से बनाया हुआ बताया है। 

छठी तस्वीर में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा को साथ में नाचते हुए देखा जा सकता है। इस तस्वीर के बारे में जानने के लिए हमने फोटो को  इज ईट एआई टूल की मदद से सर्च किया। टूल ने तस्वीर को 96.90 फीसदी एआई जेनरेटेड बताया है।

 

सातवीं तस्वीर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव को साथ में गाना गाते हुए देखा जा सकता है। तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को एआई डिटेक्टर टूल हगिंग फेस से सर्च किया। टूल के अनुसार, वायरल तस्वीर को 84 फीसदी एआई की मदद से बनाया गया है।

आठवीं तस्वीर में बीजेपी नेता स्मृति ईरानी और निर्मला सीतारमण को ड्रम बजाते हुए देखा जा सकता है। वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने एआई डिटेक्टर टूल हाईवे मॉडरेशन का इस्तेमाल किया। टूल के अनुसार, वायरल तस्वीर 99.7 फीसदी एआई जेनरेटेड है। 

नौवीं तस्वीर में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल में खाना खाते हुए देखा जा सकता है। वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने एआई डिटेक्टर टूल हाईवे मोडरेशन का इस्तेमाल किया। टूल के अनुसार, वायरल तस्वीर 99.9 फीसदी एआई जेनरेटेड है। 

पड़ताल के दौरान हमें वायरल तस्वीरें एआई जेनरेटेड तस्वीरें बनाने वाले शाहिद के आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिली। शाहिद ने वायरल तस्वीरों को 2 जून 2024 को शेयर किया था। कैप्शन में शाहिद ने वायरल तस्वीरों को एआई की मदद से बनाया हुआ बताया है। उनके अकाउंट को खंगालने पर हमने पाया कि वो इस तरह की एआई जेनरेटेड तस्वीरों को शेयर करते रहते हैं।

अधिक जानकारी के लिए हमने शाहिद से इंस्टाग्राम के जरिए संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि यह तस्वीरें एआई जेनरेटेड हैं और वो एआई टूल्स की मदद से इस तरह की तस्वीरों को बनाते हैं। 

वायरल तस्वीरों को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पार्टी करते नेताओं की तस्वीरों के साथ किया जा रहा दावा गलत है। नेताओं की वायरल हो रही तस्वीर असल में  एआई टूल्स की मदद से बनाई गई है।  

False
Symbols that define nature of fake news
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