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Fact Check: 1989 से पहले जन्मे लोगों के लिए दोबारा खसरे का टीकाकरण नहीं है ज़रूरी, भ्रामक पोस्ट वायरल

1989 से पहले जन्मे लोगों के लिए खसरे के टीकाकरण को दोबारा कराना ज़रूरी बताने वाला पोस्ट फर्जी है।

  • By: Urvashi Kapoor
  • Published: Nov 5, 2020 at 03:29 PM
  • Updated: Nov 5, 2020 at 07:28 PM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि अगर किसी का जन्म 1989 से पहले हुआ हो तो उसे दोबारा खसरे का टीकाकरण कराना चाहिए, क्योंकि इतने समय में उसका असर ख़त्म हो जाता है। विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक पाया गया। विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ मामलों में, एक टॉप-अप वैक्सीन की सलाह दी जा सकती है, लेकिन 1989 से पहले पैदा हुए सभी लोगों को वापस से टीकाकरण कराने की कोई ज़रूरत नहीं है।

क्या हो रहा है वायरल?

विश्वास वॉट्सऐप चैटबोट (+91 95992 99372) पर साझा किए गए एक पोस्ट में दावा किया गया कि अगर किसी का जन्म 1989 से पहले हुआ हो तो वे दूसरे खसरे के टीके से टीकाकरण कर सकते हैं क्योंकि इतने समय में उसका असर ख़त्म हो जाता है।

पड़ताल

जब Vishvas News ने पड़ताल की तो पाया कि वायरल दावा पूरी तरह से
totallythebomb.com. नाम की वेबसाइट से लिया गया है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, खसरा एक संक्रामक और गंभीर बीमारी है, जो वायरस के कारण होती है। खसरा पैरामाइक्सोवायरस परिवार का वायरस है और यह आम तौर पर सीधे संपर्क और हवा के माध्यम से फैलता है। यह वायरस श्वसन पथ या रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट को संक्रमित करता है, फिर पूरे शरीर में फैलता है। खसरा एक मानव रोग है और जानवरों में इसके होने का कोई मामला सामने नहीं आया है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहीं भी 1989 से पहले पैदा हुए लोगों को दोबारा टीकाकरण कराने का निर्देश नहीं दिया है।

हमने रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) की वेबसाइट पर भी खोज की, लेकिन कहीं भी 1989 से पहले पैदा हुए लोगों को खसरे का पुन: टीकाकरण कराने की जानकारी नहीं मिली।

सीडीसी की वेबसाइट पर खसरे से बचाव के लिए दिए गए दिशानिर्देशों को यहां पढ़ा जा सकता है।

विश्वास न्यूज़ ने इस विषय में यूनिसेफ में स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ प्रफुल्ल भारद्वाज से बात की। उन्होंने कहा, “यदि खसरे को लेकर कोई आउटब्रेक सामने आता है तो उसकी रोकथाम के लिए कई रणनीतियां हो सकती हैं, लेकिन फिलहाल ऐसे कोई हालत नहीं है। लिहाज़ा वयस्कों को दोबारा टीकाकरण कराने की कोई सलाह नहीं दी गयी है।”

निष्कर्ष: 1989 से पहले जन्मे लोगों के लिए खसरे के टीकाकरण को दोबारा कराना ज़रूरी बताने वाला पोस्ट फर्जी है।

  • Claim Review : adri @468adri
  • Claimed By : adri @468adri
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