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Quick Fact Check: निर्भया केस में शामिल नाबालिग के नाम पर दोषी विनय शर्मा की तस्वीर वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह 2012 के निर्भया केस के दोषियों में शामिल नाबालिग (घटना के वक्त) अपराधी की तस्वीर है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रही तस्वीर निर्भया कांड के गुनाहगारों में से एक विनय शर्मा की है, जिसे अन्य दोषियों के साथ फांसी दी जा चुकी है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘Sunilkumar Pandit‎’ ने वायरल पोस्ट को शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा है, ”2012 निर्भया रेप का अपराधी @#@#@#@#@ अब बालिग हो गया है क्या अब उसको फांसी होनी चाहिए ❓ yes से आवाज़ उठाए 😡🚩”

सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर

सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर के साथ किए गए दावे को सच मानते हुए इसे समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

यह पहली बार नहीं है जब यह तस्वीर गलत दावे के साथ वायरल हुई हो। इससे पहले जब यह तस्वीर मिलते-जुलते दावे के साथ वायरल हुई थी, तब विश्वास न्यूज ने इसकी पड़ताल कर सच्चाई को सामने रखा था। विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

दिसंबर 2012 में हुए दिल्ली में निर्भया मामले में पुलिस ने कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। 2013 में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने पांच दोषियों पर आरोप तय किया। हालांकि, इस बीच सबसे बुजुर्ग आरोपी राम सिंह ने 11 मार्च 2013 को तिहाड़ जेल में खुदकुशी कर ली।

न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, 31 अक्टूबर 2013 को जुवेनाइल बोर्ड ने नाबालिग दोषी को गैंगरेप और हत्या का दोषी करार देते हुए तीन साल के लिए सुधारगृह में भेज दिया। बाकी बचे चारों आरोपियों मुकेश, विनय, पवन और अक्षय को मौत की सजा सुनाई।

दिल्ली हाई कोर्ट ने भी चारों दोषियों की मौत की सजा को बरकरार रखा। दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील हुई और कोर्ट ने 5 मई 2017 को चारों दोषियों की मौत की सजा बरकार रखी, जबकि तीन साल की अवधि पूरी होने के बाद नाबालिग अपराधी को बाल सुधार गृह से रिहा कर दिया गया।

‘हिंदुस्तान टाइम्स’ में प्रकाशित न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक नाबालिग अपराधी बाल सुधार गृह से निकलने के बाद बदले हुए नाम के साथ किसी एनजीओ की निगरानी में कुक का काम कर रहा है।

हिंदुस्तान टाइम्स में पांच मई 2017 को प्रकाशित खबर

रिपोर्ट के मुताबिक, ‘नाबालिग को 16 दिसंबर 2012 को दोषी करार दिया गया था, और अब वह (2017 में) 23 साल का हो चुका है। उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के आदेश पर तीन साल के लिए सुधार गृह में भेजा गया था।’

नाबालिग दोषी के मामले में रिपोर्टिंग के स्थापित मानकों और दिशा-निर्देशों की वजह से किसी अन्य न्यूज रिपोर्ट में इस आरोपी की तस्वीर या उसके नाम के बारे में कोई जानकारी नहीं है, जबकि वायरल पोस्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीर को उसी का बताकर शेयर किया गया है।

गौरतलब है कि 20 मार्च 2020 को निर्भया कांड के चारो दोषियों पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26), अक्षय कुमार (31) और मुकेश कुमार (32) को दिल्ली के तिहाड़ जेल में फांसी पर लटकाया जा चुका है।

द हिंदू में प्रकाशित खबर

वायरल हो रही तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल को लॉक कर रखा है, जिसकी वजह से इस यूजर की प्रोफाइल स्कैनिंग नहीं हो पाई।

निष्कर्ष: वायरल हो रही तस्वीर निर्भया केस के आरोपियों में से एक विनय शर्मा की है, जिसे नाबालिग आरोपी का बताकर शेयर किया जा रहा है। विनय शर्मा को अन्य दोषियों के साथ फांसी पर लटकाया जा चुका है।

  • Claim Review : 2012 निर्भया रेप का नाबालिग अपराधी अब बालिग हो गया है
  • Claimed By : FB User-Sunilkumar Pandit
  • Fact Check : झूठ
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