Fact Check : हमीरपुर में महिला के साथ पुलिस स्टेशन में हुई अभ्रदता का वीडियो अब फर्जी दावे के साथ वायरल
विश्वास न्यूज की जांच में पता चला कि हमीरपुर में हुई एक घटना को फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई।
- By: Ashish Maharishi
- Published: Oct 8, 2020 at 02:11 PM
नई दिल्ली (Visvas News)। सोशल मीडिया पर यूपी के हमीरपुर का एक पुराना वीडियो फर्जी दावों के साथ वायरल हो रहा है। पुलिस स्टेशन में एक महिला के साथ अभ्रदता के वीडियो को अब कुछ लोग हाथरस की वारदात से जोड़कर वायरल कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिख रही महिला हाथरस वारदात की पीडि़ता की मां हैं।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। हमें पता चला कि हमीरपुर पुलिस के दुर्व्यवहार के पुराने वीडियो को अब कुछ लोग झूठे दावों के साथ वायरल कर रहे हैं। हमारी जांच में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई।
क्या हो रहा है वायरल
फेसबुक यूजर हकीम जेजे ने 3 अक्टूबर को एक वीडियो को अपलोड करके दावा किया कि हाथरस में युवती के अंतिम संस्कार से पहले पीडि़ता की मां को पुलिस ने पीटा। अंग्रेजी में क्लेम कुछ यूं लिखा गया : ‘Uttar Pradesh. Before burying the body of the girl in Hadara, the Yogi police detained the family members, including the mother, and beat the mother when she told them that she wanted to see my mole’s body.’
क्लेम को हमने ज्यों का त्यों ही लिखा है। फेसबुक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन देखें।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने सबसे पहले 25 सेकंड के वायरल वीडियो को ध्यान से देखा। इसमें एक बच्चे के साथ जमीन पर एक महिला बैठी हुई हैं। एक पुलिसवाला इस महिला पर चिल्लाते हुए लात मारते हुए दिख रहा है। विश्वास न्यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को InVID टूल में अपलोड करके कई गैब्स निकाले। फिर इन्हें गूगल रिवर्स इमेज में सर्च करना शुरू किया।
सर्च के दौरान के हमें ‘हिंदी पर्दाफाश’ नाम की वेबसाइट पर एक खबर मिली। इसमें वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तमेाल किया गया था। खबर में बताया गया कि यूपी के हमीरपुर के सदर कोतवाली में एक महिला के साथ दुर्व्यवहार होने के बाद जांच के आदेश दे दिए गए। पूरी खबर आप यहां पढ़ सकते हैं।
इसके बाद हमने हमीरपुर के अखबारों को खंगालना शुरू किया। हमें दैनिक जागरण के 30 सितंबर के ईपेपर में एक खबर मिली। खबर के अनुसार, सदर कोतवाली में महिला से अभद्रता करने के मामले की जांच सीओ सदर अनुराग सिंह को सौंपी गई। पूरी खबर देखें।
अधिक जानकारी के लिए हमने हमीरपुर सदर के सर्किल ऑफिसर अनुराग सिंह से संपर्क किया। उन्होंने विश्वास न्यूज को बताया कि वायरल वीडियो का हाथरस से कोई लेना-देना नहीं है। मामला हमीरपुर का था। घटना के बाद से ही थानाधिकारी को लाइन हाजिर जा चुका है।
पड़ताल के अंतिम चरण में हमने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर के अकाउंट की जांच की। हमें पता चला कि यूजर कालीकट का रहने वाला है। इस अकाउंट को जून 2017 को बनाया गया था। इसे 11 सौ से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की जांच में पता चला कि हमीरपुर में हुई एक घटना को फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई।
- Claim Review : दावा किया गया कि हाथरस पीडि़ता की मां को पुलिस ने पीटा
- Claimed By : फेसबुक यूजर हकीम
- Fact Check : झूठ
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