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Quick Fact Check: दो मुट्ठी काजू एक PROZAC खुराक के बराबर है दावा करने वाला पोस्ट फेक है

मुट्ठी काजू एक PROZAC खुराक के बराबर है दावा करने वाला पोस्ट फेक है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम): सोशल मीडिया पर एक पोस्ट फिर से देखी जा रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि काजू अवसाद विरोधी यानी एंटी-डिप्रेसेंट्स हैं और दो मुट्ठी काजू PROZAC की प्रिस्क्रिप्शन डोज के बराबर हैं। Vishvas News ने इसकी पड़ताल की और पाया कि यह वायरल पोस्ट फर्जी है।

क्लेम

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट में लिखा है: “काजू प्राकृतिक अवसाद विरोधी यानी एंटी-डिप्रेसेंट्स हैं। दो मुट्ठी काजू PROZAC की प्रिस्क्रिप्शन डोज के बराबर हैं।” 

इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

Vishvas News ने पड़ताल की और doctoryourself.com वेबसाइट पर एक प्रकाशित लेख मिला। इस आर्टिकल का टाइटल “PROZAC का एक विकल्प” जिसमें लिखा है: “एक मुट्ठी भर काजू एक से दो हजार मिलीग्राम ट्रिप्टोफैन के बराबर होता है, जो प्रिस्क्राइब किए गए एंटीडिप्रेसेंट के तौर पर भी काम करेगा… लेकिन यह दवा कंपनियों को नहीं पता है।”

आर्टिकल के लेखक को सर्च करने पर Vishvas News ने पाया कि डॉ. एंड्रयू शाऊल जो ट्रिप्टोफैन कंटेंट के लिए काजू और PROZAC से संबंधित हैं, वो मनोचिकित्सक नहीं, बल्कि एक न्यूट्रिशनिस्ट हैं। हालांकि, मेडिकल डेली के एक आर्टिकल में लिखा गया है कि काजू डिप्रेशन को कम करने के लिए प्राकृतिक मूड लिफ्टिंग में मदद करता है, लेकिन जो दावा किया गया है कि दो मुट्ठी काजू डिप्रेशन के इलाज में PROZAC की प्रिस्क्रिप्शन डोज के बराबर हो सकते हैं, संदिग्ध है। इस दावे का समर्थन करने वाला कोई मेडिकल दस्तावेज नहीं मिला है।

डिटेल्ड फैक्ट चेक रिपोर्ट यहां देखी जा सकती है।

हमने एम्स दिल्ली के मनोचिकित्सक डॉ. अनिल यादव से बात की थी। उन्होंने बताया, “PROZAC एक एंटी-डिप्रेसेंट्स है और काजू इसकी जगह नहीं ले सकते। यह सच नहीं है कि दो मुट्ठी काजू PROZAC की जगह ले सकता है।”

फेसबुक पर यह पोस्ट Desiree Hall नाम के यूजर ने शेयर की है। हमने यूजर की सोशल प्रोफाइल को स्कैन किया और पाया कि यूजर के 1,402 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: मुट्ठी काजू एक PROZAC खुराक के बराबर है दावा करने वाला पोस्ट फेक है।

  • Claim Review : दो मुट्ठी काजू एक PROZAC खुराक के बराबर है
  • Claimed By : FB User: Desiree Hall
  • Fact Check : झूठ
झूठ
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