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Fact Check: होशियारपुर में संत पर हुआ हमला लूटपाट से संबंधित है, घटना को सांप्रदायिक रंग देकर किया जा रहा वायरल

पंजाब के होशियारपुर में संत पुष्पेंद्र स्वरूप पर हुआ हमला लूटपाट और चोरी की घटना से जुड़ा हुआ मामला था, जिसे सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।

  • By: Abhishek Parashar
  • Published: Apr 27, 2020 at 01:47 PM
  • Updated: Apr 27, 2020 at 02:13 PM

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। महाराष्ट्र के पालघर में हुई लिंचिंग के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक संत को घायल देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि पंजाब के होशियारपुर में संत पुष्पेंद्र स्वरूप पर एक विशेष समुदाय के लोगों ने हमला किया। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला।

पंजाब के होशियारपुर में हुई लूटपाट की सामान्य घटना को सोशल मीडिया पर गलत मंशा के साथ सांप्रदायिक रंग देकर फैलाया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘Vishal Kumar’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”पालघर की तर्ज पर पंजाब के होशियार पुर में संत पुष्पेंद्र स्वरूप जी महाराज पर शांतिदूतों ने हमला किया है, जब वो घर पर बेटे के साथ थे!! आखिर ये साधु संत की हत्या कांग्रेस शासित राज्यो में ही क्यों हो रही है.??😡😡।”

पड़ताल

संबंधित की-वर्ड के साथ न्यूज सर्च में हमें ऐसे कई न्यूज आर्टिकल और वीडियो मिले, जिसमें इस घटना का जिक्र है। जी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब के होशियापुर में मिश्रा कुटिया आश्रम के स्वामी पुष्पेंद्र स्वरूप पर हमला किया गया। खबर के मुताबिक, लूटपाट के मकसद से स्वामी पर हमला किया गया। अन्य रिपोर्ट में भी हमें ऐसी जानकारी नहीं मिली, जिसका दावा वायरल पोस्ट में किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक यह वारदात 23 अप्रैल की रात का है।

जी न्यूज में 25 अप्रैल को प्रकाशित खबर

मामले की सच्चाई जानने के लिए विश्वास न्यूज ने होशियारपुर थाने के प्रभारी गोविंदर कुमार से बात की। उन्होंने हमें बताया, ‘यह चोरी और लूटपाट का मामला था। स्वामी जी अपने आश्रम में रहते हैं और उनसे लूटपाट के मकसद से दो लोगों ने उन पर हमला किया। उन्होंने स्वामी जी से पैसा छीनने की कोशिश की और इस दौरान स्वामी जी को मामूली चोटें आई।’ उन्होंने बताया, ‘स्वामी जी को अस्पताल से उपचार के बाद उसी दिन छुट्टी दे दी गई और अब वह पूरी तरह से ठीक हैं। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।’

मामले में गिरफ्तारी को लेकर पूछे जाने पर कुमार ने कहा, ‘अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन शक के आधार पर हमने चार लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।’ उन्होंने कहा कि हमें इस बारे में जानकारी है कि कुछ लोग इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं और पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

वायरल पोस्ट में एक और दावा किया गया है कि स्वामी पुष्पेंद्र स्वरूप पर जब हमला हुआ तब वह अपने बेटे के साथ थे। कुमार ने बताया, ‘यह गलत और निराधार है। स्वामी जी शादीशुदा नहीं हैं।’ उन्होंने हमें स्वामी पुष्पेंद्र स्वरूप का एक वीडियो भी भेजा, जिसमें वह इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना का कोई राजनीतिक पहलू नहीं है। उनके इस वीडियो को होशियारपुर पुलिस ने भी अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है।

उनके बयान के मुताबिक, ‘मैं स्वामी पुष्पेंद्र स्वरूप…मेरे साथ परसों वारदात हुई है…यह सब जानते हैं। यह वारदात नशेड़ी लोगों के द्वारा हुई है। यह मार मुझे इसलिए झेलनी पड़ी, क्योंकि मैंने प्रतिकार किया। मैंने उनका नकाब खोलने की कोशिश की। राजनीति से इसका कोई संबंध नहीं है। दो लड़के थे और दोनों पैसों की डिमांड कर रहे थे। पैसे छीने और भाग गए। पुलिस का इस मामले में काफी सहयोगात्मक रवैया है। मुझे उनकी कार्रवाई से संतुष्टि है। बाकी राजनीति की कोई बात नहीं है। इसका संबंध यहां की राजनीतिक परिस्थितियों से नहीं लगता।’

होशियारपुर पुलिस के इसी वीडियो को पंजाब पुलिस ने अपने वेरिफाइड हैंडल से ट्वीट किया है, जिसमें मुख्यमंत्री कार्यालय को भी टैग किया गया है।

वायरल वीडियो शेयर करने वाला यूजर फेसबुक पर 2013 से मौजूद है। इस प्रोफाइल पर विचारधारा विशेष से प्रेरित पोस्ट को शेयर किया जाता है।

निष्कर्ष: पंजाब के होशियारपुर में संत पुष्पेंद्र स्वरूप पर हुआ हमला लूटपाट और चोरी की घटना से जुड़ा हुआ मामला था, जिसे सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।

  • Claim Review : पालघर की तरह पंजाब के होशियारपुर में हिंदू संत पर हमला
  • Claimed By : FB User- Vishal Kumar
  • Fact Check : झूठ
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