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Fact Check: कोरोना (COVID-19) के खतरे को देखते हुए तेलंगाना में सेना की तैनाती का दावा झूठा है

तेलंगाना में COVID-19 को देखते हुए सेना तैनात करने का दावा करने वाली पोस्ट फर्जी है। हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर अंजनी कुमार और भारतीय सेना ने इस दावे का खंडन किया है।

  • By: Urvashi Kapoor
  • Published: Apr 3, 2020 at 05:45 PM
  • Updated: Apr 24, 2020 at 08:26 PM

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने के साथ-साथ सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी गलत और भ्रामक सूचनाएं भी शेयर की जा रही हैं। सोशल मीडिया पर 28 मार्च को शेयर की गई एक हालिया वायरल पोस्ट में यह दावा किया गया है कि तेलंगाना में आधी रात या कल सुबह से सेना की तैनाती की जाएगी। इसमें आगे दावा किया गया है कि किसी को भी उसके घर से निकलने की इजाजत नहीं मिलेगी। इस पोस्ट में अलग-अलग इलाकों के नाम भी दिए गए हैं, जहां सेना की तैनाती का दावा किया जा रहा है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा झूठा निकला है।

क्या है वायरल पोस्ट में

सोशल मीडिया पर Prakash Kulkarni  नाम के यूजर ने इस वायरल पोस्ट को शेयर किया है। इसमें लिखा है, ‘मध्यरात्री या कल सुबह से तेलंगाना में सेना की तैनाती होनी जा रही है। किसी को घर से निकलने की इजाजत नहीं होगी। अब पूरी ताकत से covid 19 लॉकडाउन लागू है। कोरोना के खिलाफ युद्ध में सेना तेलंगाना में सक्रिय है, कुकटपल्ली (KUKATPALLY), गागजीबाउली (GACGIBOWLI), हाइटेकसिटी (HITECCITY), दिलसुख नगर (DILSUKH NAGAR), ओल्ड सिटी (OLD CITY), उप्पल बाला (UPPAL), बाला नगर (BALA NAGAR), संगा रेड्डी (SANGA REDDY), पाटेबेचरु (PATEBCHERU), शमशाबाद (SHAMSHABAD), अशोक नगर (ASHOK NAGAR), राम नगर (RAM NAGAR), सिकंदराबाद (SECUNDERABAD), मुशीरबाद (MUSHEERABAD) में सेना की बटालियन होंगी।’ इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने हैदराबाद पुलिस कमिश्नर अंजनी कुमार से संपर्क कर अपनी पड़ताल की शुरुआत की। हमने उनके साथ इस वायरस मैसेज को साझा किया। उन्होंने बताया, ‘यह पूरी तरह से फर्जी है। तेलंगाना और उसके इलाकों को लेकर यह अफवाह वायरल हो रही है। लोगों को COVID-19 के नाम पर अफवाह नहीं फैलानी चाहिए।’

विश्वास न्यूज को आगे की पड़ताल में भारतीय सेना के आधिकारिक हैंडल से किया गया एक ट्वीट मिला। इस ट्वीट में लिखा है, ‘सोशल मीडिया पर फर्जी और दुर्भावनापूर्ण मैसेज शेयर हो रहे हैं कि मध्य अप्रैल में आपातकाल लगेगा और सेना, सेना के पूर्व जवान, एनसीसी और एनएसएस को सिविल प्रशासन की मदद के लिए तैनात किया जाएगा। यह स्पष्ट किया जाता है कि ऐसे मैसेज पूरी तरह से फर्जी हैं।’

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, एक अप्रैल 2020 को 09:00 GMT+5:30 GMT+5:30 तक तेलंगाना में कोरोना के 94 कन्फर्म केस थे। इस समय तक वहां एक मरीज स्वस्थ हो चुका है, जबकि 3 लोगों की मौत हो गई है।

विश्वास न्यूज ने उस यूजर की सोशल स्कैनिंग भी की, जिसने इस वायरल पोस्ट को शेयर किया था। Prakash Kulkarni नाम का ये यूजर हैदराबाद के रहने वाले हैं। इनकी प्रोफाइल से यह पता चल रहा है कि ये पहले भी भ्रामक पोस्ट शेयर करते रहे हैं।

Disclaimer: कोरोनावायरसफैक्ट डाटाबेस रिकॉर्ड फैक्ट-चेक कोरोना वायरस संक्रमण (COVID-19) की शुरुआत से ही प्रकाशित हो रही है। कोरोना महामारी और इसके परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं और जो डाटा शुरू में एक्यूरेट लग रहे थे, उसमें भी काफी बदलाव देखने को मिले हैं। आने वाले समय में इसमें और भी बदलाव होने का चांस है। आप उस तारीख को याद करें जब आपने फैक्ट को शेयर करने से पहले पढ़ा था।

निष्कर्ष: तेलंगाना में COVID-19 को देखते हुए सेना तैनात करने का दावा करने वाली पोस्ट फर्जी है। हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर अंजनी कुमार और भारतीय सेना ने इस दावे का खंडन किया है।

  • Claim Review : कोरोना (COVID-19) के खतरे को देखते हुए तेलंगाना में सेना की तैनाती
  • Claimed By : FB User: Prakash Kulkarni
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