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Fact Check: मंगलोर एयरपोर्ट पर बम रखने वाला नहीं है RSS का प्रचारक, गलत तस्वीर हो रही है वायरल

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि ये दावा गलत है। वायरल पोस्ट में पहली तस्वीर में मौजूद व्यक्ति आदित्य राव ही है, जिसने मंगलोर एयरपोर्ट पर बम रखने के लिए सरेंडर किया है मगर उसका आरएसएस से कोई संबंध नहीं है। पोस्ट में दूसरी तस्वीर में मौजूद व्यक्ति कर्नाटक आरएसएस के स्वयंसेवक संदीप लोबो हैं, जिनका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। इन दोनों तस्वीरों में कोई संबंध नहीं है।

नई दिल्ली विश्वास न्यूज़। मंगलोर हवाई अड्डे पर सोमवार (जनवरी 20) को टिकट काउंटरों के पास एक लावारिस बैग में जिंदा बम मिलने के बाद हवाई अड्डे पर हड़कंप मच गया था। हालांकि, बाद में CISF ने इस बम को निष्क्रिय कर दिया था। गौरतलब है कि इस मामले में संदिग्ध आरोपी ने बुधवार (जनवरी 22) को बेंगलुरू पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। अब इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर एक अफवाह फैलाई जा रही है।

वायरल पोस्ट में दो तस्वीरें हैं। पहली तस्वीर में एक आदमी है जिसने एक धारियों वाली टीशर्ट पहनी है। दूसरी तस्वीर में आदमी ने आरएसएस की प्रचलित वर्दी खाकी हाफ पैंट, काली टोपी और सफ़ेद शर्ट पहनी है। पोस्ट के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा है कि इन दोनों तस्वीरों में मौजूद व्यक्ति एक ही है और मंगलोर एयरपोर्ट पर बम रखने वाला व्यक्ति आरएसएस का स्वयंसेवक है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि ये दावा गलत है।

वायरल पोस्ट में पहली तस्वीर में मौजूद व्यक्ति आदित्य राव ही है जिसने मेंगलोर एयरपोर्ट पर बम रखने के लिए सरेंडर किया है मगर उसका आरएसएस से कोई संबंध नहीं है। पोस्ट में दूसरी तस्वीर में मौजूद व्यक्ति कर्नाटक आरएसएस के स्वयंसेवक संदीप लोबो हैं। इन दोनों तस्वीरों में कोई संबंध नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

वायरल पोस्ट में दो तस्वीरें हैं। पहली तस्वीर में एक आदमी है जिसने एक धारियों वाली टीशर्ट पहनी है। दूसरी तस्वीर में आदमी ने आरएसएस की प्रचलित वर्दी खाकी हाफ पैंट, काली टोपी और सफ़ेद शर्ट पहनी है। पोस्ट के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “हर हिंदू आतंकवादी नहीं होता है। लेकिन पकड़े जाने वाला हर भगवा धारी आतंकवादी होता है। मिलिए भगवा आतंकवादी राष्ट्रीय स्वयंसेवक आदित्य राव से। 3 दिन पहले मंगलौर एयरपोर्ट पर बम की खबर खूब जोर से आई। मीडिया ने जिहादियों, आतंकवादियों की भी खूब निंदा की। अब आदित्य राव नाम का एक संघी बम रखने के लिए गिरफ्तार हुआ है, गुनाह कबूल भी कर लिया है।”

इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहाँ देखा जा सकता है।

पड़ताल

सबसे पहले हमने इन दोनों तस्वीरों को गौर से देखा। दोनों तस्वीरों में कोई समानता नहीं दिखती। दोनों तस्वीरों में मौजूद व्यक्तियों के चेहरे की बनावट और रूप-रंग में काफी अंतर है।


इस पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने इंटरनेट सर्च करने का फैसला किया। हमने गूगल पर ‘Mangaluru airport bomb case accused’ कीवर्ड्स के साथ सर्च किया। हमारे हाथ jagran.com पर 22 जनवरी 2020 को पब्लिश की गयी एक खबर लगी। खबर के मुताबिक, मंगलोर हवाई अड्डे पर बम रखने वाले संदिग्ध आदित्य राव ने बेंगलुरु पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। इस खबर में संदिग्ध आदित्य राव की तस्वीर भी थी। ये तस्वीर वायरल पोस्ट में शेयर की गई पहली तस्वीर ही थी। हमने ये पूरी खबर पढ़ी मगर कहीं भी ये नहीं लिखा था कि आदित्य राव आरएसएस, बीजेपी या और किसी पॉलिटिकल पार्टी से जुड़ा हुआ है।


इससे हमें यह तो पता चल गया कि पहली तस्वीर मंगलोर हवाई अड्डे पर बम रखने वाले संदिग्ध आदित्य राव की ही है। अब हमें वायरल पोस्ट में मौजूद दूसरी तस्वीर की पड़ताल करनी थी। हमने इस तस्वीर का स्क्रीनशॉट लिया और उसे गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। ढूंढ़ने पर हमें संदीप लोबो नाम का एक फेसबुक अकाउंट मिला, जिसमें वायरल फोटो से मिलता-जुलता एक फोटो था।

इस अकाउंट में संदीप लोबो की बहुत-सी तस्वीरें थीं जिनसे कन्फर्म हुआ की दूसरी तस्वीर में मैजूद आदमी संदीप लोबो ही हैं। ये अकाउंट पुट्टर कर्नाटक से चलाया जाता है। इस फेसबुक पेज पर संदीप ने इस वायरल फर्जी खबर को नकारते हुए कई पोस्ट्स डाले थे। एक पोस्ट में उन्होंने इस विषय में पुलिस कम्प्लेंट करते हुए फोटो भी डाले थे।

चूंकि, पोस्ट में आरएसएस का ज़िक्र था इसलिए हमने दक्षिणा कर्नाटक के आरएसएस सह प्रचार प्रमुख प्रदीप से बात की, जिनसे हमें संदीप लोबो का नंबर मिला। संदीप ने हमें बताया, “ये पोस्ट 22 जनवरी को केरल से वायरल होनी शुरू हुई थी। मेरा मंगलोर एयरपोर्ट पर मिले बम के संबंध में हिरासत में लिए गए आदित्य राव से कोई लेना-देना नहीं है। मेरा नाम संदीप लोबो है और मैं आरएसएस का स्वयंसेवक और दक्षिण कर्नाटक बीजेपी आईटी सेल का मेंबर हूँ। वायरल तस्वीर में मैं और आरएसएस नेता कल्लदका प्रभाकर भट हैं। ये तस्वीर 10 दिन पहले मकर संक्रांति के उत्सव के दौरान पुट्टर, कर्नाटक में खींची गयी थी।”

हमने ज़्यादा पुष्टि के लिए बेंगलुरु सेंट्रल डिवीजन के डीसीपी चेतन सिंह राठौर से बात भी की। उन्होंने भी कन्फर्म किया कि दोनों तस्वीरों में मौजूद लोग अलग-अलग हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि पड़ताल में आदित्य राव का किसी पॉलिटिकल पार्टी से जुड़ाव सामने नहीं आया है।

इस फर्जी वीडियो को सोशल मीडिया पर कई लोग शेयर कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है Mahtab नाम का फेसबुक यूजर। इस प्रोफाइल के मुताबिक, यूजर ने फेसबुक जनवरी 2016 में ज्वाइन किया था और इसके फेसबुक पर कुल 1,779 फ़ॉलोअर्स हैं।



निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि ये दावा गलत है। वायरल पोस्ट में पहली तस्वीर में मौजूद व्यक्ति आदित्य राव ही है, जिसने मंगलोर एयरपोर्ट पर बम रखने के लिए सरेंडर किया है मगर उसका आरएसएस से कोई संबंध नहीं है। पोस्ट में दूसरी तस्वीर में मौजूद व्यक्ति कर्नाटक आरएसएस के स्वयंसेवक संदीप लोबो हैं, जिनका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। इन दोनों तस्वीरों में कोई संबंध नहीं है।

  • Claim Review : अब आदित्य राव नाम का एक संघी बम रखने के लिए गिरफ्तार हुआ है, गुनाह कबूल भी कर लिया है।
  • Claimed By : Mehtab
  • Fact Check : झूठ
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