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Fact Check: पूर्णिया के धमदाहा में दो समुदायों के बीच जमीनी विवाद को लेकर हुई मारपीट, सांप्रदायिक झड़प नहीं

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर बिहार के पूर्णिया के धमदाहा अनुमंडल में दो समुदायों के बीच मारपीट की घटना को सांप्रदायिक नजरिए से साझा किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि एक पक्ष के सैकड़ों लोगों ने हथियारों के साथ दूसरे पक्ष पर धावा बोल दिया। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला।

पूर्णिया जिले के धमदाहा में जो घटना हुई वह जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हुई महज झड़प थी।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर गौरव चौहान ने मारपीट और घायल लोगों की तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा है,

‘#भीम_मीम_भाई_भाई_वाले_नेता_सब_किधर_मर_गया

पूर्णिया ज़िला के धमदाहा अनुमंडल के खनुवां गांव की घटना जहां महादलित परिवारों को शांति प्रिय समुदाय के लोगों ने दौड़ा दौड़ा कर आज सुबह पीटा खेतो में लगी फसल समेत घरों को जला दिया है। बारह बीघा जमीन पर दो पक्षों की दावेदारी को लेकर हुए विवाद में महादलित के घरों में आगजनी सहित जमकर हुई मारपीट 10 लोग बुरी तरह से जख्मी लाखों का अनाज जलकर हुआ खाक विवाद महादलित के घरों में आगजनी सहित मारपीट कर किया 10 जख्मी लोग गम्भीर रूप से घायल लाखो के अनाज सहित पशुओं का चारा जलकर हुआ खाक।”

पड़ताल

न्यूज सर्च में दैनिक जागरण के पूर्णिया संस्करण में 4 दिसंबर 2019 को प्रकाशित खबर मिली।इसके मुताबिक, पूर्णिया के धमदाहा में भूमि विवाद में हुई। मारपीट में करीब छह लोग घायल हो गए।

दैनिक जागरण के पूर्णिया संस्करण में 4 दिसंबर को प्रकाशित खबर

खबर के मुताबिक, ‘धमदाहा थाना क्षेत्र की दमगारा पंचायत स्थित हलालपुर मौजा अनुसूचित जाति बस्ती में मंगलवार को दबंगों ने भूमि विवाद में आधा दर्जन फूस के घर को आग के हवाले कर ट्रैक्टरों से जमीन को जोत दिया। इस दौरान विरोध करने पर आधा दर्जन लोगों की बेरहमी से पिटाई कर घायल करने के बाद लूटपाट की।

जाते-जाते वे लोग मवेशी भी लेकर चले गए। सूचना मिलने पर अनुमंडल पदाधिकारी प्रेम सागर, अंचल अधिकारी अमर कुमार चौधरी अंचल अमीन, धमदाहा और भवानीपुर थाना की पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच कर रहे हैं। घायलों का इलाज अनुमंडल अस्पताल धमदाहा में चल रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक, दमगारा के हलालपुर मौजा में बी कोठी के अर्बन्न चकला निवासी रामचंद्र यादव की करीब 12 एकड़ जमीन है। जिसमें से कुछ जमीन शंकरी के अनुसूचित जाति के लोगों को और कुछ जमीन मो. मजीद अंसारी के नाम रजिस्ट्री है। 15 दिन पहले इस जमीन को लेकर अनुसूचित जाति के लोगों व मजीद अंसारी के बीच कहासुनी हुई थी। इधर मंगलवार को करीब एक सौ की संख्या में औरत और मर्द हथियार के साथ पहुंचे और लूटपाट कर बस्ती को आग के हवाले कर दिया। जिसमें उपेंद्र ऋषि, दिलीप ऋषि, मनोज ऋषि, मुक्ति ऋषि, गीता देवी और पवन ऋषि घायल हो गए।’

खबर में कहीं भी सांप्रदायिक नजरिए का जिक्र नहीं है। रिपोर्ट बताती है कि दो समुदायों के बीच हुआ विवाद जमीन से जुड़ा हुआ था। धमदाहा के सब डिवीजनल पुलिस ऑफिसर (SDPO) प्रेम सागर ने विश्वास न्यूज को बताया कि यह मामला पूर्ण रूप से जमीन विवाद का था, जिसमें कोई सांप्रदायिक रंग नहीं था। उन्होंने कहा, ‘अगर कोई ऐसा करने की कोशिश कर रहा है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और मामले की जांच चल रही है।‘

विश्वास न्यूज ने धमदाहा के थाना प्रभारी राग किशोर शर्मा से भी बात की। उन्होंने भी कहा कि यह घटना सांप्रदायिक तनाव से नहीं, बल्कि दो पक्षों के बीच जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है। उन्होंने विश्वास न्यूज को बताया, ‘मारपीट की घटना में दोनों पक्षों के करीब 6-7 लोगों के घायल होने के बाद दोनों ही पक्ष ने एक-दूसरे पर मुकदमा दर्ज कराया है और पुलिस ने मामले में विधि सम्मत कार्रवाई की है।’ उन्होंने कहा, ‘मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है और यह जांच पूरी होने के बाद ही किया जाएगा।’

उन्होंने बताया, ‘एक पक्ष नेअनाज रखने वाले घरों में आग लगाई और बदले में दूसरे पक्ष ने भी पहले पक्ष के पुआल के ढेरों में आग लगा दी।’ शर्मा ने कहा, ‘’घटनास्थल पर निगरानी की जा रही है और सांप्रदायिक तनाव तो दूर सामान्य तनाव की भी स्थिति नहीं है। सब कुछ नियंत्रण में है।‘’

निष्कर्ष: बिहार के पूर्णिया जिले के धमदाहा में दो पक्षों के बीच भूमि विवाद को लेकर मारपीट हुई थी, जिसमें कोई सांप्रदायिक नजरिया शामिल नहीं है।

  • Claim Review : पूर्णिया के धमदाहा में सांप्रदायिक नजरिए से हुई मारपीट
  • Claimed By : FB User-गौरव चौहान
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