Fact Check: संभल हिंसा से जोड़ कर वायरल किया जा रहा वीडियो 2019 में हुए CAA-NRC विरोध प्रदर्शन का है
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक पाया। वायरल हो रहा वीडियो 2020 में गोरखपुर में सीएए, एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस) के खिलाफ हुए प्रदर्शन का है। इसका जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर उत्तर प्रदेश के संभल में भड़की हिंसा से कोई संबंध नहीं है।
- By: Pallavi Mishra
- Published: Nov 26, 2024 at 12:49 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर रविवार (Nov 24) को भड़की हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसके साथ दावा किया जा रहा है कि यह संबंल में हुई कथित पुलिस कार्रवाई का वीडियो है। वीडियो में पुलिस और जनता के बीच झड़प को देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक पाया। वायरल हो रहा वीडियो वर्ष 2020 में गोरखपुर में सीएए, एनआरसी के खिलाफ हुए प्रदर्शन से संबंधित है। इसका संबंल से कोई संबंध नहीं है।
क्या हो रहा है वायरल
सोशल मीडिया यूजर राहुल गोयल ने 24 नवंबर 2024 को वायरल वीडियो क्लिप (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा “पुराने से पुराने पीठ दर्द, कमर दर्द, टांगो के दर्द से तुरंत आराम के लिए… उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद विरोध रैली में पधारे…विश्व के प्रसिद्ध वैद्य…योगी आदित्यनाथ ”
सोशल मीडिया पर भ्रामक दावे के साथ वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट।
पड़ताल
वायरल वीडियो क्लिप के कीफ्रेम्स को गूगल लेंस पर सर्च करने पर हमें यह वीडियो Social Media News नाम के यूट्यूब चैनल पर 31 दिसंबर 2019 को अपलोड मिला। साथ में लिखा था “Indian Police Beaten anti-Citizenship Law protester. CAA – NRC – CAA_NRC – India – CAAProtest _CAA (भारतीय पुलिस ने नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों को पीटा। CAA – NRC – CAA_NRC – भारत – CAAProtest _CAA)”
हमें यह वीडियो फेसबुक पर भी कई यूजर्स द्वारा जनवरी 2020 में अपलोड किला।
यहां से ये तो साफ हो गया कि यह वीडियो पुराना है पर हमें यह जानना था कि असल में यह वीडियो है कहां का।
2019-2020 में अपलोड इस वीडियो के साथ CAA और NRC जैसे कीवर्ड्स का इस्तेमाल किया गया था। हमने कीवर्ड्स की ढूंढा कि 2019-20 में CAA और NRC को को लेकर हिंसक प्रदर्शन कहां-कहां हुए थे। हमें कई न्यूज पोर्टल्स के यूट्यूब चैनल्स पर वीडियो मिले, जिनमें वायरल वीडियो की झलकियां देखी जा सकती हैं। यहां वीडियो को गोरखपुर का बताया गया।
पुष्टि के लिए हमने वायरल वीडियो में दिख रही दुकानों के नामों को गूगल मैप्स पर सर्च किया। साफ़ हुआ कि वायरल वीडियो गोरखपुर के नखास रोड का है।
हमने इस मामले में पुष्टि के लिए गोरखपुर में दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप श्रीवास्तव से संपर्क किया। उन्होंने कन्फर्म किये कि यह वीडियो 2019 CAA और NRC विरोध प्रदर्शन के समय का है और वीडियो में दिख रही जगह गोरखपुर का नखास रोड है।
उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को भड़की हिंसा को लेकर ज्यादा जानकारी इन ख़बरों में पढ़ी जा सकती है।
वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर Rahul Goyal को फेसबुक पर 6 हजार से अधिक यूजर फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक पाया। वायरल हो रहा वीडियो 2020 में गोरखपुर में सीएए, एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस) के खिलाफ हुए प्रदर्शन का है। इसका जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर उत्तर प्रदेश के संभल में भड़की हिंसा से कोई संबंध नहीं है।
- Claim Review : यह संबंल में हुई पुलिस कार्रवाई का वीडियो है।
- Claimed By : Facebook User Rahul Gayal
- Fact Check : झूठ
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