Fact Check : AI की मदद से बनाए गए पक्षियों के वीडियो को असली बताकर किया जा रहा है शेयर
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पक्षियों के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असल में वीडियो में नजर आ रहे पक्षी असली नहीं है, बल्कि इन्हे एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाया गया है।
- By: Jyoti Kumari
- Published: Nov 22, 2024 at 05:01 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर खूबसूरत पक्षियों का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में नजर आ रहे पक्षियों के सिर पर टोपी है। यूजर्स इस वीडियो को असली पक्षियों का समझकर शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असल में वीडियो में नजर आ रहे पक्षी असली नहीं, बल्कि एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से जेनरेट कर बनाए हुए हैं।
क्या हो रहा है वायरल ?
फेसबुक यूजर ‘Kishan bhai किसान भाई ’ ने (आर्काइव लिंक) 21 नवंबर को वायरल वीडियो को शेयर किया है। वीडियो पर लिखा हुआ है, “प्रकृति ने खुद किया इनका श्रृंगार, नहीं देखे होंगे इतने खूबसूरत पक्षी।”
ऐसे ही इंस्टाग्राम यूजर succusslife01 ने भी वीडियो को शेयर कर लिखा है,”प्रकृति ने खुद किया इनका श्रृंगार, नहीं देखे होंगे इतने खूबसूरत पक्षी।”
पड़ताल
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। हमें यह वीडियो Entertainment.29 नामक एक यूट्यूब चैनल पर मिला। 14 नवंबर 2024 को अपलोड वीडियो में इसे एआई से क्रिएटेड बताया गया है।
सर्च के दौरान हमें वीडियो Moses Ekene Obiechina नाम के फेसबुक यूजर द्वारा शेयर मिला। 14 नवंबर 2024 को शेयर किये गए वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है, ” यह वीडियो असली नहीं है। इस वीडियो को एआई के इस्तेमाल से बनाया गया है। जिसे लोग भगवान की रचना समझकर शेयर कर रहे हैं। पक्षियों के सिर पर दिख रहे छाते और पंखों को देखकर साफ़ पता चलता है कि यह असली नहीं है।’
जांच को अगर बढ़ाते हुए हमने वीडियो को हाइव मॉडरेशन टूल पर अपलोड किया। इसमें वीडियो को 88.3 फीसदी एआई से बना बताया है। जिसे मिड-जर्नी और स्टेबल डिफ्यूजन की मदद से बनाया गया है।
हमने वीडियो के स्क्रीनशॉट निकाले और उन्हें एआई टूल साइट इंजन की मदद से सर्च किया। हमने फोटो को टूल में अपलोड किया। मौजूद जानकारी के मुताबिक, यह 99 फीसदी तक एआई जेनरेटेड है।
हमने पुष्टि के लिए वीडियो को एआई एक्सपर्ट अंश मेहरा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि यह पक्षी असली नहीं है, इन्हे एआई की मदद से बनाया गया है।
अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। यूजर को 10 हजार लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पक्षियों के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असल में वीडियो में नजर आ रहे पक्षी असली नहीं है, बल्कि इन्हे एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाया गया है।
- Claim Review : पक्षियों का यह वीडियो असली है।
- Claimed By : फेसबुक यूजर - Kishan bhai किसान भाई
- Fact Check : झूठ
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