Fact Check : इस्लामिक गीत गाते लोगों का यह वीडियो आंध्र प्रदेश का है, केरल का नहीं
विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल वीडियो सबरीमाला मंदिर का नहीं, बल्कि आंध्र प्रदेश के वाटलुरु में चलसानी गार्डन कन्वेंशन सेंटर हुए एक कार्यक्रम का है।
- By: Pallavi Mishra
- Published: Oct 1, 2024 at 01:02 PM
- Updated: Oct 9, 2024 at 01:01 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कुछ हिन्दू वेशभूषा वाले लोगों को कथित तौर पर इस्लामिक गीत गाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो क्लिप को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि केरल के सबरीमाला मंदिर में यह कथित इस्लामिक गीत गाए जा रहे हैं।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल वीडियो सबरीमाला मंदिर का नहीं, बल्कि आंध्र प्रदेश के वाटलुरु में चलसानी गार्डन कन्वेंशन सेंटर में हुए एक कार्यक्रम का है।
क्या हो रहा है वायरल
फेसबुक पेज ‘हिंदुत्व की आवाज सनातनी‘ ने 30 सितम्बर को इस वीडियो को पोस्ट करते हुए दावा किया, “यह केरल का सबरीमाला मंदिर है जहां भगवान का नहीं अल्लाह और अकबर के गुणगान हो रहा है। भारत में स्थिति बहुत खतरनाक होती जा रही है। केरल में मुस्लिमो ने बाकायदा संस्कृत और पूजा पाठ की शिक्षा ली है और सेक्युलरिज्म की नीति के चलते मंदिरों में अपने लोगों को बैठा दिया है।”
पड़ताल
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने इस वीडियो के कीफ्रेम्स को गूगल लेंस पर सर्च किया। हमें इस वीडियो का पूरा वर्जन SBR news1 SBR news1 नाम के यूट्यूब चैनल पर 24 जुलाई 2019 को अपलोड मिला।
इस पूरे वीडियो में 3 मिनट 50 सेकंड के फ्रेम पर बैकग्राउंड में एक पोस्टर देखा जा सकता है। गूगल लेंस का इस्तेमाल कर ढूंढ़ने पर हमें पता चला कि इस पोस्टर पर तेलुगु भाषा में लिखा है। इस पोस्टर पर तेलुगु में अयप्पा भजन लिखा देखा जा सकता है। हमें शक हुआ कि यह वीडियो आंध्र प्रदेश या तेलंगाना का हो सकता है।
कीवर्ड्स से ढूंढ़ने पर हमें इस कार्यक्रम के कई वीडियो मिले, जिन्हें यहाँ, यहाँ और यहाँ देखा जा सकता है।
Malli Photography नाम के यूट्यूब चैनल पर 12 नवंबर 2017 को अपलोड वीडियो में इसे आंध्र प्रदेश के वाटलुरु में स्थित एक कन्वेंशन सेंटर ‘चलसानी गार्डन’ का बताया गया।
इसके बाद हमने गूगल मैप्स पर चलसानी गार्डन ढूंढा। हमें चलसानी गार्डन की कई तस्वीरें मिलीं। इन तस्वीरों की वायरल वीडियो से तुलना करने पर हमें बहुत-सी समताएं दिखीं, जिन्हें नीचे दिए गए कोलाज में देखा जा सकता है।
हमने इस विषय में केरल बेस्ड पत्रकार प्रशांत एम एस से बात की। उन्होंने बताया, “यह वीडियो सबरीमाला का नहीं है। वीडियो में साफ़ सुना जा सकता है कि व्यक्ति तेलुगु में बात कर रहे हैं। यदि यह कार्यक्रम केरल में होता, तो जाहिर तौर पर वे मलयालम में बात कर रहे होते। हालांकि, आपको बता दूँ कि वावर, जिन्हें वावरुस्वामी के नाम से भी जाना जाता है, एक मुस्लिम संत थे, जो भगवान अयप्पा के भक्त बन गए थे। सबरीमाला में वावरुस्वामी को समर्पित एक मंदिर है। इसके साथ ही एरुमेली में एरुमेलीसस्था मंदिर के बगल में वावरुस्वामी की मस्जिद भी है। पिछले कुछ वर्षों में, अयप्पा भक्तों द्वारा अपने गीतों में वावर स्वामी और इस्लामी वाक्यांशों का उल्लेख करने के कई उदाहरण सामने आए हैं।”
सबरीमाला देवस्थान की वेबसाइट के अनुसार – वावर, जिसे वावरुस्वामी के नाम से भी जाना जाता है, एक मुस्लिम संत थे, जो भगवान अयप्पा के भक्त बन गए थे। सबरीमाला में वावरुस्वामी को समर्पित एक मंदिर और एक मस्जिद भी है।
अंत में हमने वीडियो को शेयर करने वाले फेसबुक पेज हिंदुत्व की आवाज सनातनी को स्कैन किया। पता चला कि इस पेज को लगभग 5000 हजार यूजर फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल वीडियो सबरीमाला मंदिर का नहीं, बल्कि आंध्र प्रदेश के वाटलुरु में चलसानी गार्डन कन्वेंशन सेंटर हुए एक कार्यक्रम का है।
- Claim Review : इस्लामिक गीत गाते लोगों का यह वीडियो केरल का है
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- Fact Check : झूठ
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