कुछ इस तरह के फेक दावों का शिकार हुईं WWE की पूर्व रेसलर कविता और विनेश फोगाट
दोनों में एक बात सामान है। वह यह है कि वे फर्जी पोस्ट का शिकार हुई हैं। तो चलिए जानते हैं इन दोनों के बारे में फैलने वाले फर्जी दावों के बारे में, जिनकी पड़ताल कर विश्वास न्यूज ने सच्चाई सबके सामने रखी-
- By: Pragya Shukla
- Published: Sep 13, 2024 at 03:05 PM
- Updated: Sep 17, 2024 at 05:16 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। हरियाणा में जल्द विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव से पहले सभी दलों में काफी हलचल देखने को मिल रही है। हरियाणा की जुलाना विधानसभा सीट चर्चा का विषय बनी हुई है, क्योंकि इस सीट से कांग्रेस ने पूर्व ओलंपियन विनेश फोगाट को प्रत्याशी घोषित किया है, जबकि आम आदमी पार्टी ने इस सीट से डब्लू डब्लू ई की पूर्व रेसलर कविता दलाल को टिकट दिया है। दोनों में एक बात समान है, वो फर्जी पोस्ट का शिकार हुई हैं।
आइए चलिए जानते हैं इन दोनों के बारे में फैलने वाले फर्जी दावों के बारे में, जिनकी पड़ताल कर विश्वास न्यूज ने सच्चाई सबके सामने रखी।
पहली पोस्ट
पेरिस ओलंपिक्स 2024 से बाहर होने के बाद एक के बाद एक पोस्ट विनेश फोगाट को लेकर खूब वायरल हुई थी। पोस्ट में मेडल पकड़े हुए विनेश फोगाट की एक तस्वीर को शेयर कर सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने दावा किया था कि उन्होंने ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीता है, जिसके बाद वो पहली महिला एथलीट बन गई हैं, जिन्होंने गोल्ड मेडल जीता है। जब यह पोस्ट विश्वास न्यूज के सामने आई और हमने इसकी पड़ताल की, तो सच्चाई कुछ और ही निकली। दरअसल हमने पाया कि वायरल दावा गलत है। विनेश फोगाट ने अभी तक ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल नहीं जीता है। उन्हें यह स्वर्ण पदक सर्वखाप पंचायत ने दिया था, जिसकी तस्वीर को गलत दावों के साथ वायरल किया है।
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दूसरी पोस्ट
विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम वर्ग से कुश्ती लड़ रही थी। उन्होंने जापानी रेसलर युऊ सुसाकी को सेमीफाइनल में हराकर फाइनल में जगह बनाई थी,लेकिन वजन ज्यादा होने के कारण फाइनल में उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने विनेश फोगाट का रोते हुए एक वीडियो शेयर कर दावा किया कि यह वीडियो उनके अयोग्य घोषित होने के बाद का है। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। असल में वायरल वीडियो पेरिस ओलंपिक्स 2024 से पहले का है, जब विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक्स में भारत से क्वालिफाई किया था और 50 किग्रा फाइनल में शिवानी के खिलाफ शानदार जीत हासिल की थी।
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तीसरी पोस्ट
कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लगे शोषण के आरोपों के खिलाफ कई पहलवान धरने पर बैठे थे। इस दौरान जब नए संसद भवन का उद्घाटन किया गया था, तो पहलवानों ने प्रदर्शन करते हुए जंतर-मंतर से नए संसद भवन की ओर जाने की कोशिश की थी। इस दौरान दिल्ली पुलिस के अधिकारी धरना दे रहे पहलवानों को बस में हिरासत में लेकर जा रहे था। इस प्रदर्शन की एक तस्वीर तेजी से वायरल हुई थी, जिसे कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने शेयर कर दावा किया था कि विनेश फोगाट और अन्य प्रदर्शनकारी हिरासत में मुस्कुराते हुए नजर आए और प्रदर्शन के नाम पर ड्रामा कर रहे हैं। विश्वास न्यूज ने जब दावे की पड़ताल की तो पाया कि यह तस्वीर एडिटेड है। दरअसल एक फेस ऐप की मदद से तस्वीर को एडिट कर गलत दावे के साथ शेयर किया गया था। असली तस्वीर में पहलवान हिरासत के समय मुस्कुरा नहीं रहे थे।
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चौथी पोस्ट
विनेश फोगाट जब बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठी थी। इस दौरान उन पर लगे आरोपों को कारण उन्हें पद से हटा दिया गया था। बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बने थे। इसके बाद सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने एक पोस्ट को शेयर कर दावा किया कि इस फैसले से नाखुश साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने संन्यास का एलान कर दिया है।
विश्वास न्यूज ने जब दावे की पड़ताल की तो सच्चाई कुछ और ही निकली। दरअसल संजय सिंह को अध्यक्ष बनाए जाने के बाद सिर्फ साक्षी मलिक ने संन्यास का एलान किया था। विनेश फोगाट की तरफ से ऐसा कोई एलान नहीं किया गया था। हालांकि, विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक्स में डिस्क्वालिफाई होने के बाद संन्यास का एलान कर दिया था।
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पांचवीं पोस्ट
अब बात WWE की पूर्व रेसलर कविता दलाल की करें तो अक्सर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होता रहता है, जिसमें वो सूट-सलवार पहनकर एक महिला रेसलर को पटखनी देती हुई नजर आती है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स अक्सर इस वीडियो को शेयर कर दावा करते हैं कि यह वीडियो दुबई में हुई एक कुश्ती चैंपियनशिप का है। जब एक पाकिस्तानी महिला पहलवान ने हिंदू धर्म का मजाक उड़ाया तो दर्शकों में बैठी एक भारतीय महिला से देखा नहीं गया और वो उसे जवाब देने के लिए रिंग में चली गई। उसके साथ रेसलिंग करते हुए जीत हासिल की। हालांकि, विश्वास न्यूज की पड़ताल में सच्चाई इसके बिल्कुल विपरीत निकली। हमने अपनी पड़ताल में पाया कि वीडियो करीब 7 साल पुराना है। कविता ने जिस महिला को रिंग में हराया था, वो पाकिस्तानी महिला नहीं, बल्कि एक भारतीय रेसलर थी।
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चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, हरियाणा विधानसभा में नामांकन की प्रक्रिया को 5 सितंबर से शुरू होगी। 12 सितंबर को आयोग नामांकन लेगा और 13 सितंबर को इसकी जांच करेगा। जबकि हरियाणा में 5 अक्टूबर को वोट डाले जाएगें और 8 को नतीजे आएगें।
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