X
X

Fact Check : पुलिस की बर्बरता का पुराना वीडियो राजस्‍थान के नाम से वायरल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह फेक साबित हुई।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। राजस्‍थान के भीलवाड़ा में 25 अगस्‍त की सुबह एक धार्मिक स्‍थल पर गाय की कटी हुई पूंछ मिलने से पूरे इलाके में तनाव हो गया था। घटना के बाद पुलिस ने एक शख्‍स को गिरफ्तार करने के साथ चार लोगों को हिरासत में लिया था।

अब एक वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि भीलवाड़ा पुलिस ने गाय की पूंछ काटने वालों शख्‍स की हवालात में जमकर पिटाई की। इसमें पुलिस के कुछ जवानों को बेहरमी से कुछ युवकों की पिटाई करते हुए देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह फेक साबित हुई। यूपी के पुराने वीडियो को राजस्‍थान का बताकर झूठ फैलाया जा रहा है। पुलिस की बर्बरता का वीडियो कुछ सालों से इंटरनेट पर मौजूद है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर अनूप कुमार ने 29 अगस्‍त को एक वीडियो को राजस्‍थान पुलिस का बताते हुए अपलोड करते हुए दावा किया, “राजस्थान के भीलवाड़ा में 25 अगस्त 24 को गाय की पूंछ काटकर मंदिर के दरवाजे पर फेंकने वाले शांति समुदाय के 8 भटके हुए नौजवानों की मेहमाननवाजी कुछ इस तरह की राजस्थान पुलिस ने।”

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले वीडियो के कई कीफ्रेम्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल लेंस टूल की मदद से सर्च किया। हमें आज तक के यूट्यूब चैनल पर अपलोड एक खबर में वायरल वीडियो के कीफ्रेम्‍स मिले।

11 जून 2022 को अपलोड इस खबर में लिखा गया, “सहारनपुर में हिंसा फैलाने वाले आरोपियों को पुलिस लगातार गिरफ्तार कर रही है, इस बीच पत्थरबाजी करने वालों पर पुलिस की कार्रवाई का एक वीडियो सामने आया है। ये वीडियो सहारनपुर नगर कोतवाली का बताया जा रहा है, जहां कल के प्रदर्शन के बाद हिरासत में लिए गए आरोपियों पर पुलिस का डंडा चला। हालांकि, पुलिस अधिकारी ऐसे किसी वीडियो की जानकारी होने से इनकार कर रहे हैं और जांच की बात कह रहे हैं।”

सर्च के दौरान वायरल वीडियो के कीफ्रेम्‍स बीबीसी डॉट कॉम पर पब्लिश एक खबर में भी मिला। 17 जून 2022 की इस खबर में बताया गया कि सहारनपुर में पुलिस की बर्बरता में पीड़ितों को उनके परिवार ने पहचाना है। पूरी खबर यहां पढ़ी जा सकती है।

सर्च के दौरान हमें सपा प्रमुख अखिलेश यादव के एक्‍स हैंडल पर भी वायरल वीडियो मिला। इसे यूपी का बताते हुए 11 जून 2022 को अपलोड किया गया था।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए भीलवाड़ा में हुई घटना के बारे में जानकारी जुटाई गई। कई मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि 25 अगस्‍त को एक धार्मिक स्‍थल पर गाय की कटी पूंछ मिली। जिसके बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया। कई संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी की पहचान कर पूछताछ की। शास्त्रीनगर क्षेत्र के हुसैन कॉलोनी निवासी बबलू शाह (40) पुत्र निसार मोहम्मद फकीर ने वारदात करना कबूल किया। पुलिस ने चार अन्य को हिरासत में लिया है। इनकी भूमिका की जांच की जा रही है।

राजस्‍थान पत्रिका और दैनिक जागरण की खबर को यहां और यहां पढ़ा जा सकता है।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने भीलवाड़ा पुलिस के सोशल हैंडल को स्‍कैन किया। हमें पुलिस के एक्‍स हैंडल पर भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक राजन दुष्‍यंत का एक बयान मिला। इसमें उन्‍हें घटना के बारे में जानकारी देने के साथ आरोपी के बारे में भी बताते हुए सुना जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक राजन दुष्‍यंत से संपर्क किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो भीलवाड़ा का नहीं है।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। अनूप कुमार सिंह राणा बिहार का रहने वाला है। इसे पांच हजार से ज्‍यादा लोग फेसबुक पर फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि इंटरनेट पर मौजूद पुलिस की बर्बरता के पुराने वीडियो को कुछ लोग राजस्‍थान पुलिस का बताकर वायरल कर रहे हैं। भीलवाड़ा में एक धार्मिक स्‍थल पर गाय की पूंछ मिलने की घटना से वीडियो का कोई संबंध नहीं है।

  • Claim Review : गाय की पूंछ काटने वालों की राजस्‍थान पुलिस पिटाई करते हुए
  • Claimed By : FB User Anup Kumar Singh Rana
  • Fact Check : झूठ
झूठ
फेक न्यूज की प्रकृति को बताने वाला सिंबल
  • सच
  • भ्रामक
  • झूठ

पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...

टैग्स

अपनी प्रतिक्रिया दें

No more pages to load

संबंधित लेख

Next pageNext pageNext page

Post saved! You can read it later