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Fact Check: बोलीविया में पहाड़ धंसने का वीडियो उत्तरकाशी के नाम से हो रहा है वायरल

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। पिछले कुछ दिनों में बारिश ने पूरे भारत में कहर मचाया है, खासकर पहाड़ी इलाकों में जहां जानमाल का काफी नुकसान देखने को मिला है। इसी क्रम में एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस पोस्ट में एक वीडियो शेयर की गई है। इस वीडियो में कुछ लोग पहाड़ पर खड़े दिख रहें हैं और कुछ ही पलों में वो पहाड़ धंस जाता है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले का है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में वायरल हो रहा यह दावा फर्जी पाया। असल में यह वीडियो भारत के उत्तरकाशी का नहीं, बल्कि बोलीविया देश का है। यह घटना 4 फरवरी 2019 को बोलीविया में घटी थी।

क्या हो रहा है वायरल?

सोशल मीडिया के फेसबुक प्लेटफॉर्म पर “Garhwal Randome View” नाम का पेज एक वीडियो शेयर करता है। इस वीडियो में कुछ लोग पहाड़ पर खड़े दिख रहें हैं और कुछ ही पलों में वो पहाड़ धंस जाता है। इस वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन दिया गया है: “उत्तरकाशी जिले में आरकोट का एक भयभीत करने वाली आपदा का दुखदाई दृष्यात्मक वीडियो। फिलहाल सभी लोग सुरक्षित बच गए थे।”

पड़ताल

पड़ताल शुरू करने के लिए हमने सबसे पहले इस वीडियो को InVID टूल में अपलोड किया और इसके कीफ्रेम्स निकाले। हमने उन कीफ्रेम्स को Yandex इमेज सर्च में अपलोड करके सर्च किया। सर्च के नतीजों से यह साफ़ हो गया कि यह वीडियो उत्तरकाशी का नहीं है।

हमें सर्च के नतीजों में DailyMail और The Guardian के आर्टिकल मिले। यह दोनों ही आर्टिकल फरवरी 2019 में प्रकाशित किए गए थे। DailyMail के आर्टिकल की हेडलाइन थी: Bolivians trying to cross a mountain are swept away by a powerful, deadly mudslide just days after at least 11 were killed in a similar tragedy

DailyMail के आर्टिकल की हेडलाइन का हिंदी अनुवाद होता है: एक पहाड़ को पार करने की कोशिश कर रहे बोलिवियाई लोग ज़मीन धंसने की चपेट में आए, इससे पहले ऐसे ही हादसे में 11 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। DailyMail के आर्टिकल को आप यहां क्लिक कर पढ़ सकते हैं।

The Guardian के आर्टिकल की हेडलाइन थी: People swept away by mudslide as mountainside collapses in Bolivia. The Guardian के आर्टिकल की हेडलाइन का हिंदी अनुवाद होता है: बोलिविया में पहाड़ी के ढहने से लोग ज़मीन धंसने से बहे। The Guardian के आर्टिकल को आप यहां क्लिक कर पढ़ सकते हैं।

इस वीडियो की पुष्टि करने के लिए उत्तराखंड के दैनिक जागरण के संवादाता देवेंदर सती ने उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन में संपर्क किया। उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल कहते हैं कि संबंधित वायरल वीडियो आराकोट उत्तरकाशी उत्तराखंड का नहीं है। वीडियो काफी पुराना लग रहा है। इस तरह के वीडियो बिना सत्यता के और वीडियो में किसी स्थान का उल्लेख करना अपराध हैं। इस तरह के वायरल वीडियो पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अध्याय 10 की धारा 54 के तहत कार्रवाई अमन में लाई जाएगी। इस धारा में एक वर्ष की सजा एवं अर्थदंड का प्रावधान है।

अंत में विश्वास टीम ने इस पोस्ट को शेयर करने वाले पेज “Garhwal Randome View” की सोशल स्कैनिंग करने का फैसला किया। हमने पाया कि इस पेज को 117 लोग फॉलो करते हैं और यह पेज उत्तराखंड से जुडी खबरों को ही पोस्ट करता है।

निष्कर्ष: विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा पोस्ट फर्जी है। उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने विश्वास टीम से बात करते हुए इस पोस्ट के दावे का खंडन किया है। असल में यह वीडियो भारत के उत्तरकाशी का नहीं, बल्कि बोलीविया देश का है। यह घटना 4 फरवरी 2019 को बोलीविया में घटी थी।

पूरा सच जानें…

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

  • Claim Review : उत्तरकाशी जिले में आरकोट का एक भयभीत करने वाली आपदा का दुखदाई दृष्यात्मक वीडियो।
  • Claimed By : FB User-Pahadi Beat
  • Fact Check : झूठ
झूठ
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