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Fact Check : चुनाव के नतीजों के बाद बरेली में नहीं लहराया गया पाकिस्तानी झंडा, फर्जी है वायरल पोस्ट

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह फर्जी साबित हुई। वीडियो में दिख रहा झंडा पाकिस्‍तानी झंडा नहीं, बल्कि इस्‍लामिक झंडा है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। देश में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद एक वीडियो वायरल किया जा रहा है। इस वीडियो में हरे रंग के झंडे को देखा जा सकता है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्‍लेटफॉर्म पर इस वीडियो को यूपी के बरेली का बताकर दावा किया जा रहा है कि वहां चुनावी नतीजों के बाद पाकिस्‍तानी झंडा लहराया गया।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह फर्जी साबित हुई। वीडियो में दिख रहा झंडा पाकिस्‍तानी झंडा नहीं, बल्कि इस्‍लामिक झंडा है। इसे धार्मिक उत्‍सव में जुलूस के साथ लेकर चला जाता है। इसका लोकसभा चुनाव के नतीजों से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

एक्‍स हैंडल Father Peter ने 5 जून को एक वीडियो को पोस्‍ट करते हुए दावा किया, “बरेली बना पाकिस्तान!! उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी की 37 सीटें आते ही बरेली में शांति प्रिय कम्युनिटी के लोगो ने लहराया पाकिस्तान का झंडा। पुलिस भी खड़े खड़े देखती रही।”

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स इसे मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट के आधार पर कीवर्ड बनाकर गूगल ओपन सर्च टूल में सर्च किया। हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो इस बात की पुष्टि कर सके कि लोकसभा चुनाव के बाद बरेली में पाकिस्‍तानी झंडे को लहराया गया है।

जांच को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, बरेली के ईपेपर को स्‍कैन किया गया। वहां हमें 7 जून को पब्लिश एक खबर मिली। इस खबर में बताया गया, “एक्स अकाउंट पर पोस्ट हुए एक वीडियो से गुरुवार को खलबली मच गई। एक शख्स ने पोस्ट करते हुए लिखा कि बरेली बना पाकिस्तान। उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी की 37 सीटें आते ही बरेली में लोगों ने पाकिस्तान का झंडा फहराया। पुलिस भी खड़े- खड़े देखती रही। पोस्ट के साथ बरेली, उत्तरप्रदेश, बरेली न्यूज को हैशटैग किया गया।”

खबर में आगे बताया गया,“तत्काल ही पुलिस सक्रिय हुई। जांच कर बताया कि वीडियो काफी पुराना है, जो प्रथम दृष्ट्या किसी जुलूस के समय का है। वीडियो बरेली के ही होने का कोई प्रमाण नहीं है, जिसे पाकिस्तान का झंडा बताया जा रहा है। वह जुलूस के समय लेकर चलने वाला झंडा है। एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने बताया कि वीडियो भ्रामक है। चुनाव के बाद एक दो ऐसे प्रकरण सामने आए हैं, जिन्हें बरेली से जुड़ा बताया गया। जांच में वह निराधार निकले।”

दैनिक जागरण, बरेली में प्रकाशित खबर

सर्च के दौरान वायरल वीडियो गलत दावे के साथ एक इंस्टाग्राम हैंडल पर भी मिला। इसे 19 मई को अपलोड करते हुए लिखा गया कि बरेली बना पाकिस्‍तान।

जांच को आगे बढ़ाते हुए पाकिस्‍तानी और इस्‍लामिक झंडे के अंतर को देखा गया। इनका तुलनात्‍मक अध्‍ययन किया गया। हमें पता चला कि पाकिस्‍तानी झंडे में एक सफेद रंग की पट्टी होती है, जबकि इस्‍लामिक झंडा पूरी तरह से हरे रंग का होता है।

अब तक की जांच में दो बात साबित हो गई। पहली, वायरल वीडियो लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले का है। दूसरी, यह पाकिस्‍तानी झंडा नहीं, बल्कि इस्‍लामिक झंडा है। विश्‍वास न्‍यूज स्‍वतंत्र रूप से इस बात की पुष्टि नहीं करता है कि वायरल वीडियो किस शहर का है।

बरेली के एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने बताया कि वायरल पोस्‍ट भ्रामक है। बरेली में पाकिस्‍तानी झंडे वाली कोई घटना नहीं हुई है। झूठ फैलाने वालों पर कार्रवाई होगी।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। एक्‍स हैंडल फादर पीटर की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यह अकाउंट मई 2024 को ही बनाया गया है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की जांच में बरेली में पाकिस्‍तानी झंडा लहारने के नाम पर वायरल हुई पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। इस्‍लामिक झंडे से जुड़े एक वीडियो को कुछ लोग गलत दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।

  • Claim Review : बरेली में चुनाव के बाद लहराया गया पाकिस्‍तानी झंडा।
  • Claimed By : X Handel Father Petel
  • Fact Check : झूठ
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