Fact Check : हिमाचल के पूर्व यूनियन लीडर की पिटाई के वीडियो को BJP विधायक का बताकर किया जा रहा वायरल
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बीजेपी विधायक को जूतों से पीटने के नाम पर वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। शख्स बीजेपी का विधायक नहीं, बल्कि प्रदेश परिवहन मजदूर संघ के पूर्व अध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर हैं। वायरल वीडियो साल 2018 में शंकर सिंह के साथ हुई मारपीट का है। महिलाओं ने शंकर सिंह पर उनके चरित्र पर सवाल खड़ा करने और अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए पिटाई की थी।
- By: Pragya Shukla
- Published: Apr 18, 2024 at 07:04 PM
- Updated: Apr 19, 2024 at 10:27 AM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि हमीरपुर में वोट मांगने गए भारतीय जनता पार्टी के विधायक को लोगों ने जमकर पीटा। वीडियो में महिलाओं को एक शख्स को जूतों से मारते हुए देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। शख्स बीजेपी का विधायक नहीं, बल्कि पूर्व प्रदेश परिवहन मजदूर संघ के अध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर हैं। वायरल वीडियो साल 2018 में शंकर सिंह के साथ हुई मारपीट का है। महिलाओं ने शंकर सिंह पर उनके चरित्र पर सवाल खड़ा करने और अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए पिटाई की थी।
क्या हो रहा है वायरल ?
फेसबुक यूजर सुनील बालियान ने 17 अप्रैल 2024 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “बीजेपी विधायक का स्वागत जनता जूते मारकर कर रही है इस बार।”
वीडियो पर लिखा हुआ है, “बीजेपी विधायक का स्वागत जूतों से किया गया हमीरपुर में और करो जुमलेबाजी।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
पड़ताल
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो को गौर से देखा। हमने पाया कि वीडियो में पीछे बैनर पर ‘हिमाचल परिवहन मज़दूर संघ’ और 2018 लिखा हुआ है। इसी आधार पर पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट (आर्काइव लिंक) अमर उजाला की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 23 जून 2018 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, वायरल वीडियो में नजर आ रहे शख्स हिमाचल परिवहन मजदूर संघ (भामसं) के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर हैं। वो एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए हमीरपुर गए थे। वहां पर दो महिला प्रशिक्षु कंडक्टर शंकर सिंह को माला पहनाने के बहाने से मंच पर आई। एक ने उनका हाथ पकड़ा और दूसरी ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया।
पड़ताल के दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ा एक वीडियो एचटुडे न्यूज चैनल हमी नामक एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। वीडियो (आर्काइव लिंक) को 23 जून 2018 को शेयर किया गया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, महिलाओं ने आरोप लगाया था कि शंकर सिंह ने एक अन्य महिला से दोनो महिलाओं के चरित्र को लेकर अभद्र बातें की और उसका ऑडियो वायरल कर दिया। इसी बात से गुस्साई महिलाओं ने शंकर सिंह को पीटा था।
दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 28 जून 2018 को प्रकाशित एक रिपोर्ट (आर्काइव लिंक) के मुताबिक, “दो प्रशिक्षु महिला परिचालकों की नौकरी से छुट्टी कर दी गई थी।“
अधिक जानकारी के लिए हमने हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के डिस्ट्रिक्ट इंचार्ज मुनीष गारिया से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि यह वीडियो साल 2018 में हुई घटना का है। वीडियो में नजर आ रहे शख्स बीजेपी विधायक नहीं, बल्कि परिवहन मजदूर संघ के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर हैं। महिलाओं ने उन पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने उनके चरित्र को लेकर अभद्र टिप्पणी की है। इसलिए उन्होंने उनकी पिटाई की थी। इसका हालिया चुनाव से कोई संबंध नहीं है। अब शंकर सिंह प्रदेशाध्यक्ष नहीं हैं। इन्हें हटा दिया गया था।
पहले भी यह दावा वायरल हो चुका है। उसकी रिपोर्ट को आप यहां पर पढ़ सकते हैं।
अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। यूजर ने प्रोफाइल पर खुद को दिल्ली का रहने वाला बताया हुआ है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बीजेपी विधायक को जूतों से पीटने के नाम पर वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। शख्स बीजेपी का विधायक नहीं, बल्कि प्रदेश परिवहन मजदूर संघ के पूर्व अध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर हैं। वायरल वीडियो साल 2018 में शंकर सिंह के साथ हुई मारपीट का है। महिलाओं ने शंकर सिंह पर उनके चरित्र पर सवाल खड़ा करने और अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए पिटाई की थी।
- Claim Review : वोट मांगने गए बीजेपी विधायक को लोगों ने जूतों से पिटा।
- Claimed By : fb user सुनील बालियान
- Fact Check : झूठ
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