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Fact Check: पटवारियों की शिकायत दर्ज कराने के लिए दिया गया मोबाइल नंबर एक राजनीतिक दल का, फेक मैसेज वायरल

पटवारियों की शिकायत के मैसेज के साथ वायरल मोबाइल नंबर 9630524516 आम आदमी पार्टी मध्य प्रदेश से संबंधित है, जबकि टोल फ्री नंबर 155343 मध्य प्रदेश स्टेट कन्ज्यूमर हेल्पलाइन नंबर है। राजस्थान और मध्य प्रदेश की नई सरकार ने ऐसा कोई नंबर जारी नहीं किया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कुछ राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद सोशल मीडिया पर एक सूचना शेयर की जा रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि सरकार ने पटवारियों की शिकायत करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 9630524516 और टोल फ्री नम्बर 155343 जारी किया है। इस मैसेज को कुछ यूजर मध्य प्रदेश तो कुछ राजस्थान की नई सरकार से भी जोड़ रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि राजस्थान और मध्य प्रदेश की सरकार ने ऐसा कोई नंबर जारी नहीं किया है। मैसेज में दिया गया मोबाइल नंबर 9630524516 मध्य प्रदेश आम आदमी पार्टी से संबंधित है, जबकि टोल फ्री नंबर 155343 मध्य प्रदेश स्टेट कन्ज्यूमर से संबंधित है।

क्या है वायरल पोस्ट

विश्‍वास न्‍यूज के टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस दावे को भेजकर इसकी सच्चाई जानने का अनुरोध किया। मैसेज में लिखा है,

“ब्रेकिंग पटवारियों पर सरकार हुई सख्त सरकार ने जारी किये हेल्पलाइन नंबर अब कोई भी पटवारी अगर जमीन के सीमांकन, नामांकरण या अन्य कार्य के लिए रिश्वत् की माँग करता है, तो सरकार ने जारी किया है हेल्पलाइन नंबर 9630524516 एवं टोल फ्री नम्बर–155343 इस नंबर पर पटवारी के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई जा सकते है।‌”

फेसबुक यूजर Gurpreet Singh (आर्काइव लिंक) ने 18 दिसंबर को इस सूचना को पोस्ट किया है।

फेसबुक यूजर ‘Amar Republic‘ (आर्काइव लिंक) ने इस मैसेज को मध्य प्रदेश की नई सरकार का बताया।

फेसबुक यूजर ‘हुक्मनामा समाचार‘ (आर्काइव लिंक) ने इसे राजस्थान का बताया।

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। 2021 में भी इस मैसेज को फेसबुक (आर्काइव लिंक) पर शेयर किया गया है। मतलब इसका राजस्थान या मध्य प्रदेश की नई सरकार से कोई संबंध नहीं है।

इस बारे में हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिससे यह साबित हो सके कि राजस्थान या मध्य प्रदेश में पटवारियों की शिकायत के लिए ऐसा कोई हेल्पलाइन या टोल फ्री नंबर जारी किया गया है।  

इसके बाद हमने मैसेज में दिए गए मोबाइल नंबर 9630524516 पर कॉल किया, लेकिन यह बंद मिला। इसके वॉट्सऐप नंबर पर मैसेज पर करने पर हमें पार्टी से जुड़ने के लिए कंप्यूटराइज्ड मैसेज मिला।

सर्च में हमें यह नंबर मध्य प्रदेश आम आदमी पार्टी के आधिकारिक फेसबुक पेज पर भी मिला।

इस बारे में हमने मध्य प्रदेश आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता डॉ. पीयूष  जोशी से बात की। उनका कहना है, “यह नंबर आम आदमी पार्टी का ही है।

वहीं, ‘आप’ मध्य प्रदेश स्टेट कार्यालय के इंचार्ज सुमित चौहान ने बताया, “यह उनका ही नंबर है। इसे पार्टी ने 2019 में चालू किया था, लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के पेपर में विज्ञापन दे दिया कि यह नंबर पटवारियों की शिकायत के लिए है। इसके बाद रोजाना करीब 300 फोन आने लगे, जिस पर इसे बंद करके केवल वॉट्सऐप पर चलाया गया। अभी यह चल रहा है।

इससे यह तो साबित हो गया कि मोबाइल नंबर 9630524516 आम आदमी पार्टी मध्य प्रदेश से जुड़ा हुआ है, पटवारियों की शिकायत के लिए नहीं है।

इसके बाद हमने टोल फ्री नंबर 155343 को चेक किया। इस पर फोन करने पर कॉल कनेक्ट नहीं हो रही है।

गूगल पर सर्च में हमें यह नंबर मध्य प्रदेश का स्टेट कन्ज्यूमर हेल्पलाइन नंबर मिला। कन्ज्यूमर अफेयर्स की वेबसाइट पर इस नंबर को देखा जा सकता है। मतलब यह भी पटवारियों की शिकायत से नहीं जुड़ा है।

इस बारे में इंदौर में नईदुनिया के सिटी चीफ अभिषेक का कहना है, “मध्य प्रदेश में पटवारियों की शिकायत को लेकर ऐसा कोई हेल्पलाइन या टोल फ्री नंबर जारी नहीं किया गया है।

वहीं, राजस्थान के स्थानीय टीवी पत्रकार संतोष पांडे ने भी बताया कि राजस्थान में नई सरकार बनने के बाद ऐसा कोई हेल्पलाइन या टोल फ्री नंबर जारी नहीं किया गया है।

अंत में हमने गलत दावा करने वाले फेसबुक यूजर गुरप्रीत सिंह की सोशल स्कैनिंग की। वे राजस्थान के अनूपगढ़ में रहते हैं। उनके करीब 1100 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: पटवारियों की शिकायत के मैसेज के साथ वायरल मोबाइल नंबर 9630524516 आम आदमी पार्टी मध्य प्रदेश से संबंधित है, जबकि टोल फ्री नंबर 155343 मध्य प्रदेश स्टेट कन्ज्यूमर हेल्पलाइन नंबर है। राजस्थान और मध्य प्रदेश की नई सरकार ने ऐसा कोई नंबर जारी नहीं किया है।

  • Claim Review : सरकार ने पटवारियों की शिकायत करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 9630524516 और टोल फ्री नम्बर 155343 जारी किया है।
  • Claimed By : FB User- Gurpreet Singh
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