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Fact Check: करीब 10 साल पहले हुई थी पंजाब में विधु जैन की हत्या, भ्रामक दावा वायरल

पंजाब के संगरूर में मासूम विधु जैन की हत्या का मामला सितंबर 2013 का है। उस दौरान पंजाब में भाजपा-शिरोमिण अकाली दल की सरकार थी। हालांकि, इस हत्याकांड में आज तक कोई आरोपी पकड़ा नहीं गया है।

Vidhu Jain Murder Case

नई दिल्ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर बच्चे की फोटो वाला ग्राफिक्स शेयर किया जा रहा है। इस पर लिखा है कि पंजाब में मासूम विधु जैन को धर्म विशेष के लोगों ने जिंदा जला दिया। इसमें एक अखबार की कटिंग भी लगी है, जिस पर लिखा है कि पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इस ग्राफिक्स को शेयर कर पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साध रहे हैं, जबकि कुछ इसके लिए कांग्रेस को भी कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। यूजर्स इसे हाल की घटना समझकर शेयर कर रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि यह मामला सिंतबर 2013 का है। मालेरकोटला में इस वारदात को अंजाम दिया गया था।

क्या है वायरल पोस्ट

विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस पोस्ट को भेजकर इनकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।

फेसबुक यूजर ‘राहुल पंवार मदलपुर‘ (आर्काइव लिंक) ने 29 अगस्त को ग्राफिक्स को शेयर करते हुए लिखा,

ये है पंजाब में जिहादियों का आतंक और #AamAadmiParty के सरकार में हिंदुओं का हाल , दिल्ली में पुलिस इनके हाथ में नहीं है इसका R रोना रहता है #ArvindKejriwal का , पंजाब में तो पुलिस इनकी है फिर भी हिंदुओं पर हमले और हत्या नहीं रुक रही #HindusUnderAttack

फेसबुक यूजर ‘दीपेश निठारवाल‘ (आर्काइव लिंक) ने भी 29 अगस्त को इसको शेयर करते हुए लिखा,

“ये है आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का घिनौना चेहरा एक हिन्दू बच्चे को जिन्दा जला दिया गया फिर भी कुछ नहीं हुआ,,,,,,
दिल्ली मे कुत्ते को मार कर पकोड़े बना के खिला दिए वह हे दिल्ली!!
अपने देश, धर्म की रक्षा के लिए एकजुट होकर बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद से जुड़कर काम करो”

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। 7 अक्टूबर 2013 को अमर उजाला में छपी खबर के अनुसार, “30 सितंबर को विधु को जलाकर मार दिया गया था। इस वारदात के खुलासे के लिए पंजाब सरकार ने एसआईटी गठित की है। पुलिस पिछले पांच दिन से शहर के प्रमुख चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। बताया जा रहा है कि 30 सितंबर को विधु अपने छोटे भाई स्कूल में टिफिन देने साइकिल पर गया था। रास्ते में सुनसान पड़ी भारद्वाज कॉलोनी में ले जाकर उसको जिंदा जला दिया गया। पंजाब के मालेरकोटला में सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र की हत्या के एक सप्ताह भी पुलिस के हाथ खाली हैं।”

क्रिएटिवमाइंडजैन के यूट्यूब चैनल पर 13 दिसंबर 2013 को इस बारे इंडिया टीवी की वीडियो न्यूज अपलोड की गई है। इसमें बताया गया है कि संगरूर में बच्चे को जिंदा जलाने वाली वारदात सामने आई है। इसमें तत्कालीन एसएसपी मंदीप सिद्धू का बयान दिखाया गया है। इसमें पतंग की डोर लूटने को वारदात की वजह बताया गया है। दो बच्चों को इसका आरोपी बताया गया है।

दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर 7 साल पहले छपी खबर के मुताबिक, “विधु जैन हत्याकांड को तीन साल से भी ज्यादा समय हो चुका है लेकिन आरोपी नहीं पकड़े गए हैं। हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए जैन परिवार और हिन्दू न्याय पीठ के कार्यकर्ताओं ने अपने खून से मांग पत्र राष्ट्रपति के नाम लिखा है। विधु के परिजनों का कहना है कि 30 सितम्बर 2013 को उनके बेटे विधु को जलाकर मार दिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया था लेकिन दबाव में उनको छोड़ दिया गया।”

11 मई 2018 को इंडियन एक्सप्रेस में इस बारे में खबर छपी है। इसमें लिखा है, “पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने मलेरकोटला के 11 वर्षीय लड़के विधु जैन की हत्या के मामले की जांच सीबीआई को ट्रांसफर कर दी थी। इसके लगभग चार साल बाद जांच एजेंसी ने हाईकोर्ट को बताया है कि वह आज तक किसी भी अपराधी का पता लगाने में विफल रही है। कोर्ट ने अब मामले में आगे की जांच के लिए एक एसआईटी गठित करने का प्रस्ताव दिया है। 11 साल के विधु जैन को 2013 में मलेरकोटला में आग लगा दी गई थी। 30 सितंबर 2013 को शिकायत में उनके परिवार ने पुलिस को बताया था कि कुछ लड़कों ने विधु पर केरोसिन डालकर जिंदा जला दिया था। उसे कुछ दिन पहले किसी पतंग के धागे को लेकर। उनकी मां आरती जैन ने मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने में विफलता के कारण पुलिस जांच में विश्वास की कमी बताते हुए 2014 में उच्च न्यायालय से सीबीआई जांच की मांग की थी।”

5 जून 2018 को द ट्रिब्यून की वेबसाइट पर छपी रिपोर्ट में लिखा है कि पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई की गठित एसआईटी टीम मालेरकोटला में मामले की जांच करने पहुंची। खबर में बच्चे की वायरल फोटो को भी देखा जा सकता है।

24 अप्रैल 2019 को पंजाब केसरी की वेबसाइट में छपे आर्टिकल में लिखा है, “विधु जैन का परिवार पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की रैली के दौरान उनसे मिलने के लिए मालेरकोटला गया लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि इतने साल बाद भी उनके बेटे के हत्यारे पकड़े नहीं गए हैं। वह इंसाफ के लिए दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिल चुके हैं, लेकिन आरोपी पकड़ से बाहर हैं।”

इस बारे में हमने संगरूर में दैनिक जागरण के रिपोर्टर मंदीप कुमार से बात की। उनका कहना है, “ मालेरकोटला संगरूर जिले में आता है। 2013 में बच्चे की हत्या हुई की लेकिन आज तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। बच्चे का परिवार संगरूर छोड़कर लुधियाना चला गया था। वे अब यहां नहीं रहते हैं।

जागरण जोश की वेबसाइट पर छपी रिपोर्ट के अनुसार, “1 मार्च 2007 से 16 मार्च 2017 तक पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के गठबंधन की सरकार थी। उस दौरान प्रकाश सिंह बादल सूबे के मुख्यमंत्री थे।”

पड़ताल के अंत में पुरानी खबर को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, यूजर उत्तर प्रदेश के मदलपुर के रहने वाले हैं और उनके 1339 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: पंजाब के संगरूर में मासूम विधु जैन की हत्या का मामला सितंबर 2013 का है। उस दौरान पंजाब में भाजपा-शिरोमिण अकाली दल की सरकार थी। हालांकि, इस हत्याकांड में आज तक कोई आरोपी पकड़ा नहीं गया है।

  • Claim Review : पंजाब में मासूम विधु जैन को धर्म विशेष के लोगों ने जिंदा जला दिया।
  • Claimed By : FB User- Rahul Panwar Madalpur
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