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Fact Check : छह साल पुरानी है स्मार्ट मीटर से जुड़ी यह वायरल खबर

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। 2017 की खबर को कुछ लोग अभी का समझकर वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर अखबार की एक कटिंग वायरल हो रही है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इस कटिंग को वायरल करते हुए स्‍मार्ट मीटर के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। इस कटिंग में सामान्‍य मीटिर और स्‍मार्ट मीटर के बारे में बताया गया है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। 6 साल पुरानी खबर की कटिंग को कुछ लोग अभी का समझकर वायरल कर रहे हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर बाबू शुक्‍ला ने 19 अगस्‍त को खबर की कटिंग को अपने अकाउंट पर अपलोड करते हुए लिखा कि जागो मित्रों जागो।

फेसबुक पोस्‍ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल खबर को ध्‍यान से पढ़ा। इसमें हमें संदेश न्‍यूज और कोटा लिखा हुआ नजर आया। इसके आधार पर हमने कीवर्ड बनाकर सर्च करना शुरू किया। असली खबर हमें चंबल संदेश नाम के एक फेसबुक पेज पर मिली। इसे 26 सितंबर 2017 को पब्लिश किया गया था। मतलब साफ था कि अब वायरल हो रही खबर छह साल पुरानी है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए चंबल संदेश के फेसबुक पेज को स्‍कैन किया । पता चला कि यह एक अखबार का पेज है। इसमें हमें एक मोबाइल नंबर भी मिला। जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने इस मोबाइल नंबर से संपर्क किया । चंबल संदेश की ओर से विश्‍वास न्‍यूज को बताया गया कि वायरल तस्‍वीर करीब छह साल पुरानी है। कोटा में अब स्‍मार्ट मीटर का कोई कार्य नहीं हो रहा है।

सर्च के दौरान हमें भास्‍कर डॉट कॉम की एक पांच साल पुरानी खबर मिली। इसमें बताया गया, “कोटा में जनभावना देखते हुए केईडीएल ने स्मार्ट मीटर लगाने का फैसला बदल दिया है। अब पुराने तरीके के इलेक्ट्रिक मीटरों का ही उपयोग कर रही है। यही मीटर लगाए जा रहे हैं। कंपनी के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कंपनी केन्द्र सरकार के फैसले के अनुरूप शहर में स्मार्ट मीटर लगा रही थी, लेकिन उपभोक्ताओं ने इसका तगड़ा विरोध किया। विरोध देखते हुए स्मार्ट मीटर ही लगाना बंद कर इलेक्ट्रानिक मीटर लगा रहे है।”

पड़ताल के अंत में फेसबुक यूजर बबलू शुक्‍ला के अकाउंट की जांच की गई। इस यूजर को 4.7 हजार लोग फॉलो करते हैं। यूजर इंदौर में रहता है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। 2017 की खबर को कुछ लोग अभी का समझकर वायरल कर रहे हैं।

  • Claim Review : स्‍मार्ट मीटर से जुड़ी लेटेस्‍ट खबर
  • Claimed By : फेसबुक यूजर बबलू शुक्‍ला
  • Fact Check : झूठ
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