Fact Check: अनानास के गर्म पानी से कैंसर ठीक होने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं, गलत दावा फिर से वायरल
अनानास के गर्म पानी से कैंसर ठीक होने का दावा गलत है। इस तरह का कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
- By: Sharad Prakash Asthana
- Published: Jul 27, 2023 at 03:37 PM
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। कैंसर के इलाज के नाम पर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि अनानास के गर्म पानी से कैंसर की कोशिकाएं मर जाती हैं। पोस्ट में आईसीबीएस जनरल हॉस्पिटल के कथित प्रोफेसर डॉ. गिल्बर्ट ए. क्वोक के हवाले से इस जानकारी को आगे शेयर करने को कहा है, जिससे लोगों की जान बच सके।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल दावा झूठा है। डॉक्टरों ने इस पोस्ट को फर्जी बताया है। कैंसर विशेषज्ञों ने भी इस पर भरोसा कर इलाज नहीं छोड़ने की सलाह दी है। वहीं, मैसेज में जिन प्रोफेसर डॉ. गिल्बर्ट ए. क्वोक का जिक्र किया है, उनके बारे में हमें कोई जानकारी इंटरनेट पर नहीं मिली।
क्या है वायरल पोस्ट
फेसबुक यूजर ‘विनय कुमार‘ (आर्काइव लिंक) ने 27 जुलाई को को पोस्ट करते हुए लिखा,
“कैंसर हार गया था
अनानास का गर्म पानी। कृपया इस जानकारी को सभी ग्रुप में फैलाएं !! आईसीबीएस जनरल हॉस्पिटल के प्रोफेसर डॉ. गिल्बर्ट ए. क्वोक ने जोर देकर कहा कि कम से कम एक जान बचाई जा सकती है यदि बुलेटिन प्राप्त करने वाले प्रत्येक व्यक्ति ने दूसरों को दस प्रतियां दी हों। मैंने अपना थोड़ा सा किया, आशा है आप भी कर सकते हैं..
धन्यवाद!
अनानास का गर्म पानी बचाएगा आपकी जान
गर्म अनानास कैंसर कोशिकाओं को मारता है।
अनन्नास के 2 से 3 टुकड़े एक प्याले में पीसकर उसमें गर्म पानी डाल दीजिए, वह “खारा पानी” बन जाएगा, इसे आप रोजाना पिएं तो सबके लिए अच्छा है।
गर्म अनानास कैंसर रोधी पदार्थ छोड़ता है, प्रभावी कैंसर उपचार के लिए दवा में नवीनतम प्रगति।
अनन्नास के गर्म फल में सिस्ट और ट्यूमर को मारने का प्रभाव होता है। यह सभी प्रकार के कैंसर को ठीक करने में सिद्ध हो चुका है।
गर्म अनानास का पानी एलर्जी/एलर्जी के कारण शरीर से सभी कीटाणुओं और विषाक्त पदार्थों को निकाल देता है।
अनानास के रस से बनी दवा केवल हिंसक कोशिकाओं को नष्ट करती है और स्वस्थ कोशिकाओं को प्रभावित नहीं करती है।
इसके अलावा, अनानास के रस में अमीनो एसिड और अनानास पॉलीफेनोल्स उच्च रक्तचाप को नियंत्रित कर सकते हैं, आंतरिक रक्त वाहिकाओं की रुकावट को रोक सकते हैं, रक्त परिसंचरण में सुधार कर सकते हैं और रक्त के थक्के को कम कर सकते हैं।
पढ़ने के बाद दूसरों, परिवार, दोस्तों को बताएं, अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
इस मैसेज को कम से कम पांच ग्रुप में भेजें
कुछ नहीं भेजेंगे
लेकिन मुझे उम्मीद है कि आप इसे जरूर भेजेंगे“
पड़ताल
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। 18 मई 2019 को टाइम्स ऑफ इंडिया में एक खबर छपी है, जिसमें लिखा है, “सोशल मीडिया पर सेहत को लेकर वायरल एक मैसेज ने टाटा मेमोरियल सेंटर को जवाब देने पर मजबूर कर दिया। परेल स्थित कैंसर केयर हॉस्पिटल टाटा मेमोरियल सेंटर ने एक बयान जारी कर कहा है कि वायरल मैसेज का कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है। वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि गर्म नारियल पानी पीने से कैंसर खत्म हो जाएगा। टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल ने कहा कि यह मैसेज गलत है। ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि गर्म नारियल पानी से कैंसर खत्म हो सकता है। हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. सीएस प्रमेश ने कहा कि कई मरीज इस तरह का मैसेज देखकर इलाज छोड़ देते हैं, जो उनके लिए भविष्य में खतरनाक साबित हो सकता है।” हालांकि, खबर में अनानास के गर्म पानी की जगह गर्म नारियल पानी का जिक्र किया गया है।
इस बारे में और सर्च करने पर हमें वीओआई नाम की वेबसाइट पर इससे संबंधित रिपोर्ट मिली। 3 अगस्त 2021 को छपी इस रिपोर्ट में लिखा है, “सिलोम हॉस्पिटल्स सेमांगी के क्लिनिकल न्यूट्रिशन स्पेशलिस्ट डॉ. इंगे परमाधी ने कहा कि यह जानकारी सच नहीं है, क्योंकि केवल अनानास या अन्य खाद्य पदार्थों के सेवन से रोग और कैंसर कोशिकाएं ठीक नहीं हो सकती हैं। वहीं, न्यूट्रिशनिस्ट लुसियाना बी. सुतांटो का कहना है कि कैंसर पर अनानास के पानी के प्रभाव का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।”
मैसेज में दावा किया जा रहा है कि अनानास के 2 से 3 टुकड़े एक प्याले में पीसकर उसमें गर्म पानी डाल देने से वह ‘खारा पानी’ या ‘अल्कलाइन वाटर’ बन जाएगा। कैंसर डॉट नेट वेबसाइट पर 16 फरवरी 2021 को छपी एक रिपोर्ट में लिखा है कि अल्कलाइन वाटर हमारे शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता है, लेकिन इससे कैंसर सही होने का भी कोई प्रमाण नहीं है।
वीओआई वेबसाइट पर छपे आर्टिकल के अनुसार, “इंडोनेशियाई न्यूट्रिशनिस्ट एसोसिएशन (पर्सागी) के वैज्ञानिक प्रभाग के अध्यक्ष डॉ. मारुदुत सिटोम्पुल ने कहा कि अनानास का पीएच लगभग 4 होता है और यह अम्लीय होता है। यदि अनानास को पानी में भिगोकर फर्मेंटेंड किया जाए, तो लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया इसमें प्रवेश कर जाएगा और इसे अधिक अम्लीय या एसिडिक बना देगा।”
इसके बाद हमने मैसेज में दिए गए नाम आईसीबीएस जनरल हॉस्पिटल के प्रोफेसर डॉ. गिल्बर्ट ए. क्वोक के बारे में सर्च किया, लेकिन इंटरनेट पर उनके बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिल सकी।
इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने गाजियाबाद के वैशाली में स्थित मैक्स अस्पताल के कैंसर विशेषज्ञ डॉ. रोहित कपूर से बात की। उनका कहना है, “इस तरह का कोई अध्ययन या वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। हम प्रमाणित दवाइयों से मरीजों का इलाज करते हैं, जो क्लिनिकल ट्रायल्स के परिणाम में पास होती हैं। इस तरह की पोस्ट को प्रमाणित करने वाला कोई भी रिजल्ट नहीं है।“
पिछले साल भी इससे मिलता-जुलता दावा वायरल हुआ था। विश्वास न्यूज ने तब राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर के कैंसर विशेषज्ञ डॉ. संदीप पुरोहित से बात की थी। उन्होंने कहा था, “अनानास वाले गर्म पानी से कैंसर सेल्स नहीं मरते हैं। साथ ही कोई भी फल, जिसमें विटामिन सी होता है, एक एंटी-ऑक्सीडेंट है, जो अनहेल्दी भोजन और जीवनशैली के कारण उत्पन्न हानिकारक ऑक्सीडेंट को बेअसर करने में मदद कर सकता है, लेकिन यह कैंसर कोशिकाओं को नहीं मारता है।“
अंत में हमने गलत दावा शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह गोरखपुर में रहते हैं और अगस्त 2015 से फेसबुक पर सक्रिय हैं।
निष्कर्ष: अनानास के गर्म पानी से कैंसर ठीक होने का दावा गलत है। इस तरह का कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
- Claim Review : अनानास के गर्म पानी से कैंसर की कोशिकाएं मर जाती हैं।
- Claimed By : FB User- Vinay Kumar
- Fact Check : झूठ
पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...