Fact Check: यमुना एक्सप्रेस-वे मर्डर की तस्वीर को मणिपुर हिंसा से जोड़कर गलत दावे के साथ किया जा रहा शेयर
उत्तर प्रदेश के मथुरा में हुई हत्या की पुरानी घटना की तस्वीर को मणिपुर में मैतई समुदाय की महिला की बलात्कार के बाद हत्या के फेक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
- By: Abhishek Parashar
- Published: May 8, 2023 at 02:28 PM
- Updated: May 8, 2023 at 02:32 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। पूर्वोत्तर भारत के राज्य मणिपुर में हुई हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर एक लड़की के शव की तस्वीर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर मैतई समुदाय की नर्स की है, जिसकी कुकी समुदाय के दंगाइयों ने अस्पताल के भीतर बलात्कार कर हत्या कर दी।
विश्वास न्यूज की जांच में दावा गलत निकला। वायरल तस्वीर उत्तर प्रदेश में हुई पुरानी घटना की है। 2022 में यमुना एक्सप्रेस-वे पर सूटकेस में आयुषी यादव की लाश मिली थी, जिसमें पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आयुषी के माता-पिता को जेल भेज दिया था। पुलिस की जांच के मुताबिक, यह मामला ऑनर किलिंग का था, जिसकी तस्वीर को अब मणिपुर में मैतई बनाम कुकी हिंसा से जोड़कर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
क्या है वायरल?
ट्विटर यूजर ‘Chao’ ने वायरल तस्वीर को शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा है, “What is this then? A Meitei nurse working in Ccpur rape by kuki inside the hospital and brutally killed! #ManipurViolence #letthismadnessend.”
कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
पड़ताल
विश्वास न्यूज पहले भी इस वायरल तस्वीर की जांच कर चुका है। श्रद्धा मर्डर केस के बाद यमुना एक्सप्रेस-वे पर सूटकेस में युवती की लाश मिली थी और हमने अपनी जांच में पाया था कि यह घटना उत्तर प्रदेश के मथुरा शहर की थी, जिसमें लाल सूटकेस में यमुना एक्सप्रेस-वे पर युवती की लाश के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश किया था और हत्या के आरोपी पिता और माता (नितेश यादव और ब्रजबाला) ने अपना जुर्म कबूल कर लिया था।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी ट्वीट के जरिए 18 नवंबर 2022 को इस घटना के बारे में जानकारी दी थी, जिसके मुताबिक, मथुरा के एक इलाके में सूटकेस में करीब 25 वर्षीय युवती की लाश मिली। पुलिस के मुताबिक, प्राथमिक तौर पर ऐसा लगता है कि हत्या कहीं और कर लाश को यहां फेंका गया था।
विश्वास न्यूज की इस पुरानी फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
वायरल दावे को लेकर विश्वास न्यूज ने तत्कालीन प्रभारी सिटी पुलिस अधीक्षक मार्तंड प्रकाश सिंह से संपर्क किया था। उन्होंने पु्ष्टि करते हुए बताया था कि यह घटना उत्तर प्रदेश के मथुरा की है, जिसमें कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं है और पुलिस ने इस मामले में लड़की के माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया था।
गौरतलब है कि मणिपुर में मैतई समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल किए जाने की मांग के खिलाफ राज्य भर में हिंसा भड़क उठी, जिसके बाद पांच दिनों के लिए इंटरनेट और ब्रॉडबैंड सेवा को निलंबित कर दिया गया।
आठ मई की एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, मणिपुर की राजधानी इम्फाल में आज कर्फ्यू में ढील दी गई। मणिपुर के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह के मुताबिक, इस हिंसा में अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है।
मणिपुर हिंसा से संबंधित विश्वास न्यूज की अन्य फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है। कर्नाटक चुनाव की घोषणा होने के बाद अप्रैल महीना सियासी गतिविधियों से भरा रहा और यही थीम फैक्ट चेक ट्रेंड्स में भी नजर आया। अप्रैल महीने में विश्वास न्यूज ने करीब 150 फैक्ट चेक रिपोर्ट्स प्रकाशित किए और इन रिपोर्ट्स में राजनीतिक विषयों से संबंधित फैक्ट चेक की बहुलता रही। अप्रैल महीने में भारतीय सोशल मीडिया पर मिस-इन्फॉर्मेशन के ट्रेंड्स को समझने के लिए विश्वास न्यूज की इस विशेष रिपोर्ट को पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के मथुरा में हुई हत्या की पुरानी घटना की तस्वीर को मणिपुर में मैतई समुदाय की महिला की बलात्कार के बाद हत्या के फेक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
- Claim Review : मणिपुर में मैतई समुदाय की नर्स की अस्पताल के भीतर बलात्कार के बाद हत्या।
- Claimed By : Twitter User-Chao
- Fact Check : झूठ
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