X
X

Fact Check : बोरियां ले जा रही महिलाओं की इस तस्‍वीर का नहीं है भारत से संबंध

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि आटे की बोरियां ले जा रही वायरल तस्वीर का भारत से कोई संबंध नहीं है। यह तस्वीर पाकिस्तान के इस्लामाबाद की है। दोनों महिलाएं इस्लामाबाद की सरकारी दुकानों से आटा खरीदकर ले जा रही हैं।

  • By: Pragya Shukla
  • Published: Jan 25, 2023 at 03:22 PM
  • Updated: Jan 25, 2023 at 03:27 PM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया के कुछ प्‍लेटफार्म पर दो मुस्लिम महिलाओं की एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। इसमें इन महिलाओं को बोरियां ले जाते हुए देखा जा सकता है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इस तस्‍वीर को भारत की बताते हुए वायरल कर रहे हैं। विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि इस तस्‍वीर का भारत से कोई संबंध नहीं है। यह तस्वीर पाकिस्तान के इस्लामाबाद की है, लेकिन कुछ लोग इस तस्वीर का इस्‍तेमाल धर्म विशेष के लोगों पर निशाना साधने के लिए कर रहे हैं।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर अंजली सिंह ने 18 जनवरी 2023 को वायरल तस्वीर को शेयर किया था। यूजर ने तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “मुफ्त में राशन मिल गया ,, इसको बेच कर पठान फ़िल्म भी देखनी है और उसके बाद मोदी जी को गाली भी देनी है।”

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इस पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें एजुकेशन 12 नामक एक वेबसाइट की रिपोर्ट में मिली। रिपोर्ट को 11 जनवरी 2023 को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, वायरल तस्वीर पाकिस्तान के इस्लामाबाद की है। यह तस्वीर पाकिस्तान में आए आर्थिक संकट के बाद की है। साथ ही इस फोटो को शेयर करते हुए रिपोर्ट में पाकिस्तान के आर्थिक संकट के बारे में बताया गया है।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर गेट्टी इमेज की वेबसाइट पर भी मिली। दी गई जानकारी के मुताबिक, वायरल तस्वीर पाकिस्तान के इस्लामाबाद शहर की है। इस तस्वीर को समाचार एजेंसी एएफपी के फोटोग्राफर आमिर कुरैशी ने 10 जनवरी 2023 को कैमरे में कैद किया था। फोटो के कैप्शन में अंग्रेजी में लिखा हुआ है, “10 जनवरी, 2023 को इस्लामाबाद में सरकारी कीमतों पर खरीदारी करने के बाद महिलाएं गेहूं के आटे की बोरियां ले जाते हुए। रुपये में गिरावट और बाढ़ और वैश्विक स्तर पर महंगाई के कारण पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। ऊर्जा संकट ने भी अर्थव्यवस्था पर काफी दबाव डाला है।

अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने पाकिस्तान के आज टीवी के सीनियर प्रोड्यूसर आदिल अली से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह तस्वीर पाक के इस्लामाबाद शहर की है। इस तस्वीर को कुछ हफ्ते पहले ही खींचा गया है। यह महिलाएं सरकारी दुकानों से आटा लेकर जा रही थीं।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए वायरल तस्‍वीर को क्लिक करने वाले इस्‍लामाबाद के फोटोग्राफर आमिर कुरैशी से ट्विटर के जरिए संपर्क किया। उनका जवाब आने पर इस रिपोर्ट को अपडेट किया जाएगा।

पोस्ट को शेयर करने वाली फेसबुक यूजर अंजली सिंह की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। हमने पाया कि ये एक विचारधारा वाले ग्रुप से जुड़ी हुई हैं। यूजर ने अपनी प्रोफाइल पर अपने बारे में ज्यादा जानकारी नहीं शेयर कर रखी है। साथ ही यूजर ने अपनी प्रोफाइल को लॉक भी कर रखा है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि आटे की बोरियां ले जा रही वायरल तस्वीर का भारत से कोई संबंध नहीं है। यह तस्वीर पाकिस्तान के इस्लामाबाद की है। दोनों महिलाएं इस्लामाबाद की सरकारी दुकानों से आटा खरीदकर ले जा रही हैं।

  • Claim Review : आटे की बोरियां ले जाते हुए भारतीय महिलाएं।
  • Claimed By : अंजली सिंह
  • Fact Check : झूठ
झूठ
फेक न्यूज की प्रकृति को बताने वाला सिंबल
  • सच
  • भ्रामक
  • झूठ

पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...

टैग्स

अपनी प्रतिक्रिया दें

No more pages to load

संबंधित लेख

Next pageNext pageNext page

Post saved! You can read it later