X
X

Fact Check : प्रयागराज में सड़क चौड़ीकरण के लिए हटाई गई मस्जिद, वायरल दावा गलत

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मस्जिद को प्रशासन की मौजूदगी में सड़क चौड़ीकरण के लिए हटाया गया है। मस्जिद को हटाने से पहले नोटिस जारी किया गया था।

  • By: Pragya Shukla
  • Published: Jan 18, 2023 at 05:32 PM
  • Updated: Feb 3, 2023 at 02:21 PM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर मस्जिद तोड़ने का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि प्रयागराज में एक मस्जिद पर पाकिस्तान का झंडा लगा हुआ था, जिसकी वजह से योगी सरकार ने मस्जिद को तुड़वा दिया। 

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक साबित हुआ। मस्जिद को प्रशासन की मौजूदगी में सड़क चौड़ीकरण के लिए हटाया गया है। मस्जिद को हटाने से पहले नोटिस जारी किया गया था।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

ट्विटर यूजर आदित्य ताम्रकार ने 15 जनवरी 2023 को वायरल वीडियो को शेयर किया है। यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “सैदाबाद ,प्रयागराज( UP ) में मस्जिद पर लगाया पाकिस्तान का झंडा,पूरी मस्जिद ही ढहा दी गई l” #योगीहैंतोमुमकिनहै 

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल 


वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट दैनिक भास्कर डॉट कॉम पर प्रकाशित मिली। रिपोर्ट को 11 जनवरी 2023 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, हंडिया तहसील के अंतर्गत आने वाले सैदाबाद बाजार में सार्वजनिक लोक निर्माण विभाग की जमीन पर शेरशाह सूरी के समय में बनी शाही मस्जिद को कड़े प्रशासनिक सुरक्षा बल और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में तोड़ दिया गया। लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रयागराज से हल्दिया जीटी रोड का चौड़ीकरण किया जा रहा है, जिसको लेकर शाही मस्जिद को हटाया गया। इसके लिए मस्जिद को पहले ही नोटिस दिया गया था। 

लाइव हिंदुस्तान ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था। 

पड़ताल के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ा एक ट्वीट प्रयागराज कमिश्नर के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर मिला। 16 जनवरी 2023 को एक ट्विटर यूजर को रिप्लाई करते हुए लिखा है, “लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रयागराज-हंडिया मुख्य मार्ग का चौड़ीकरण किया जा रहा है। थाना क्षेत्र हंडिया के कस्बा सैदाबाद में निर्मित शाही मस्जिद सड़क चौड़ीकरण के मार्ग में स्थित थी। मस्जिद कमेटी के सदस्यों द्वारा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ हुई वार्ता के पश्चात बनी आम सहमति से दिनांक 09.01.2023 को मस्जिद को हटाया गया। स्थिति पर सतर्क दृष्टि रखी जा रही है।”

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने मस्जिद पर मौजूद झंडे को गौर किया और इसकी तुलना पाकिस्तान के झंडे से की। झंडे के बारे में सर्च करने पर हमने पाया कि यह एक इस्लामी झंडा है। इसमें और पाकिस्तान के झंडे में काफी फर्क है। पाकिस्तान के झंडे में सफेद रंग की पट्टी होती है, जबकि इस्लामी झंडे में ये मौजूद नहीं होती है। इस्लामी झंडे पूरे हरे रंग के होते हैं और इस पर चांद और तारे बने हुए होते हैं।

विश्वास न्यूज ने उक्त मामले में कोतवाली हंडिया के कार्यवाहक प्रभारी निरीक्षक कमलेश कुमार से भी बातचीत की। उन्होंने हमें बताया कि सैदाबाद कस्बा की शाही मस्जिद पीडब्ल्यूडी की जमीन पर बनी हुई थी। पीडब्ल्यूडी आधिकारियों ने सड़क चौड़ीकरण की प्रक्रिया के लिए न्यायालय के आदेश पर पूर्व उप जिलाधिकारी हंडिया रमेश चंद्र मौर्य और सहायक पुलिस आयुक्त हंडिया की मौजूदगी में मस्जिद को हटाया है। वायरल दावा गलत है, मस्जिद पर पाकिस्तान झंडा नहीं, बल्कि इस्लामिक झंडा लगाया गया था। मस्जिद हटाने की यह घटना 9 जनवरी 2023 की है।

अधिक जानकारी के लिए हमने प्रयागराज दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी राकेश पांडे से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। मस्जिद प्रयागराज हंडिया राजमार्ग की सरकारी जमीन पर स्थित थी, जिसे नोटिस देने के बाद हटाया गया है।”

पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने फेक दावे को शेयर करने वाले यूजर के हैंडल की सोशल स्कैनिंग की। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर दुर्ग शहर का रहने वाला है। यूजर को सात हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर सितंबर 2020 से ट्विटर पर सक्रिय है। 

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मस्जिद को प्रशासन की मौजूदगी में सड़क चौड़ीकरण के लिए हटाया गया है। मस्जिद को हटाने से पहले नोटिस जारी किया गया था।

  • Claim Review : प्रयागराज में मस्जिद पर पाकिस्तान का झंडा लगा होने के कारण उसे योगी सरकार ने तुड़वा दिया। 
  • Claimed By : आदित्य ताम्रकार
  • Fact Check : भ्रामक
भ्रामक
फेक न्यूज की प्रकृति को बताने वाला सिंबल
  • सच
  • भ्रामक
  • झूठ

पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...

टैग्स

अपनी प्रतिक्रिया दें

No more pages to load

संबंधित लेख

Next pageNext pageNext page

Post saved! You can read it later