Fact Check: कोरोना पर सिर्फ सरकारी एजेंसी के सूचना दिए जाने का दावा फेक, फर्जी मैसेज फिर से वायरल
केंद्र सरकार ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया है कि कोरोना पर सिर्फ सरकारी एजेंसी ही पोस्ट कर सकती है और गलत पोस्ट या मैसेज करने पर ग्रुप एडमिन समेत पूरे ग्रुप के सदस्यों पर केस दर्ज किया जाएगा। सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज फेक है। गृह मंत्रालय में रवि नायक नाम के कोई प्रमुख सचिव भी नहीं हैं।
- By: Sharad Prakash Asthana
- Published: Dec 27, 2022 at 05:44 PM
- Updated: Dec 27, 2022 at 05:58 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर एक बार फिर से सतर्कता बरतने का सुझाव दिया जा रहा है। इसको लेकर केंद्र व राज्य सरकारें बैठक भी कर रही हैं। सोशल मीडिया पर भी फिर से कोरोना को लेकर पोस्ट नजर आने लगी हैं। इनमें से एक में दावा किया जा रहा है कि कोरोना पर सिर्फ सरकारी एजेंसी ही पोस्ट कर सकती है। गलत पोस्ट या मैसेज करने पर ग्रुप एडमिन समेत पूरे ग्रुप के सदस्यों पर केस दर्ज किया जाएगा। वायरल मैसेज में नीचे रवि नायक, प्रमुख सचिव, गृह मंत्रालय, भारत सरकार लिखा हुआ है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि गृह मंत्रालय की तरफ से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। साथ ही गृह मंत्रालय में रवि नायक नाम का कोई प्रमुख सचिव नहीं है। सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज फर्जी है। पहले भी इस तरह का एक मैसेज वायरल हो चुका है, जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज ने की थी।
क्या है वायरल पोस्ट में
फेसबुक यूजर Adv Karuna Shanker Pandey (आर्काइव लिंक) ने 27 दिसंबर को पोस्ट किया,
ग्रुप के सभी सम्माननीय सदस्यों को सूचित किया जाता है कि अभी केंद्र सरकार द्वारा कोरोना वायरस से सम्बंधित कोई भी पोस्ट को दण्डनीय अपराध घोषित कर दिया गया है कोरोना पर सिर्फ सरकारी एजेंसी ही पोस्ट कर सकती है । गलत पोस्ट या मैसेज करने पर ग्रुप एडमिन सहित पूरे ग्रुप के सदस्यों पर IT Act के अन्तर्गत मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही की जाएगी, इसलिए ध्यान रखें सतर्क रहें सुरक्षित रहे !
रवि नायक
प्रमुख सचिव
गृह मंत्रालय भारत सरकार
पड़ताल
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में फेसबुक पर सर्च किया। फेसबुक पर हमें ऐसा ही दावा करती हुईं कुछ पोस्ट मिलीं। इन्हें 2020 (आर्काइव लिंक) में पोस्ट किया गया है। मतलब यह मामला हाल का नहीं है।
इस बारे में कीवर्ड से गूगल पर ओपन सर्च करने पर हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली। हां, 23 दिसंबर 2022 को जागरण डॉट कॉम में खबर छपी है कि ओमिक्रोन के नए वेरिएंट BF-7 से चीन में खतरनाक हालात हैं। इसको देखते हुए भारत सरकार भी अलर्ट मोड पर है। पीएम ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है।
इसके बाद हमने गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर सर्च किया। इसमें मीडिया को 2020 और 2022 में जारी प्रेस रिलीज को देखा, लेकिन इससे संबंधित कोई विज्ञप्ति नहीं मिली।
हमने होम मिनिस्ट्री में अधिकारियों की लिस्ट भी देखी। गृह मंत्रालय में रवि नायक नाम के कोई प्रमुख सचिव नहीं हैं। गृह सचिव का नाम अजय कुमार भल्ला है।
30 मार्च 2020 को पीआईबी ने भी ट्वीट कर वायरल मैसेज को फेक बताया है।
इस बारे में हमने दैनिक जागरण की तरफ से गृह मंत्रालय कवर करने वाले संवाददाता नीलू रंजन से बात की। उनका कहना है, ‘ऐसा कोई भी आदेश केंद्र सरकार ने जारी नहीं किया है। वायरल मैसेज झूठा है।‘
फर्जी पोस्ट करने वाले फेसबुक यूजर Adv Karuna Shanker Pandey की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह अमेठी में रहते हैं और उनके करीब 2 हजार फ्रेंड्स हैं।
निष्कर्ष: केंद्र सरकार ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया है कि कोरोना पर सिर्फ सरकारी एजेंसी ही पोस्ट कर सकती है और गलत पोस्ट या मैसेज करने पर ग्रुप एडमिन समेत पूरे ग्रुप के सदस्यों पर केस दर्ज किया जाएगा। सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज फेक है। गृह मंत्रालय में रवि नायक नाम के कोई प्रमुख सचिव भी नहीं हैं।
- Claim Review : गृह मंत्रालय ने दिए निर्देश, कोरोना पर सिर्फ सरकारी एजेंसी ही पोस्ट कर सकती है और गलत पोस्ट करने पर ग्रुप एडमिन व सदस्यों पर केस दर्ज किया जाएगा।
- Claimed By : FB User- Adv Karuna Shanker Pandey
- Fact Check : झूठ
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