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Fact Check : बेंगलुरु की सड़क का यह वीडियो 2019 का है, कश्‍मीर से नहीं है इसका संबंध

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक निकला। वीडियो में दिख रहा व्यक्ति कोई असली एस्ट्रोनॉट नहीं है, बल्कि बेंगलुरु के आर्टिस्ट बादल नानजुंदास्वामी द्वारा बनाया गया वीडियो है। वायरल वीडियो पुराना है।

  • By: Jyoti Kumari
  • Published: Sep 6, 2022 at 02:42 PM
  • Updated: Sep 7, 2022 at 10:05 AM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति को एस्ट्रोनॉट की ड्रेस पहने गड्ढों से भरी सड़क पर चलते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि वीडियो में नज़र आ रहा दृश्य जम्मू-कश्मीर का है। विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है। वीडियो में दिख रहा व्यक्ति कोई असली एस्ट्रोनॉट नहीं है, बल्कि बेंगलुरु के आर्टिस्ट बादल नानजुंदास्वामी द्वारा बनाया गया वीडियो है। पुराने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
 
क्या है वायरल?

फेसबुक पेज “सिटी न्यूज़ ” ने 2 सितम्बर 2022 को वीडियो शेयर करते हुए लिखा है : “Congratulations to all kashmiris ,especially administration to achieve such an achievement of landing on moon,,, all credit goes to administration for there unprovidable facilities…”

हिंदी अनुवाद : चांद पर उतरने की ऐसी उपलब्धि हासिल करने के लिए सभी कश्मीरियों, खासकर प्रशासन को बधाई। वहां उपलब्ध न होने वाली सुविधाओं का सारा श्रेय प्रशासन को जाता है। “

सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने इस वीडियो को मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर किया है। पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के स्क्रीनशॉट निकाले और उन्हें गूगल इमेज की सहायता से सर्च किया। इस दौरान हमें वीडियो से जुड़ी खबर कई न्यूज़ वेबसाइट पर मिली। nasheman.in की वेबसाइट पर 3 सितम्बर 2019 को प्रकाशित खबर में वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया था। दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो बेंगलुरु के आर्टिस्ट बादल नानजुंदास्वामी द्वारा बनाया गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने बादल नानजुंदास्वामी के बारे में सर्च किया। हमें पता चला की बादल नानजुंदास्वामी एक मशहूर आर्टिस्ट हैं। नानजुंदास्वामी इससे पहले भी इसी तरह के आर्टवर्क कर चुके हैं। नानजुंदास्‍वामी अपने आर्ट के ज़रिये नागरिकों की समस्‍याओं की तरफ सरकार और अधिकारियों का ध्‍यान आकर्षित करते हैं।

अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने बादल नानजुंदास्वामी के सोशल मीडिया हैंडल्स को खंगाला। हमें बादल नानजुंदास्वामी के इंस्टाग्राम पर 2 सितम्बर 2019 को वायरल वीडियो शेयर मिला। नानजुंदास्वामी ने 2 सितम्बर 2019 को यह वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर भी शेयर किया था।

वायरल वीडियो के बारे में जानकारी के लिए हमने बादल नानजुंदास्वामी के साथ ट्वीट के जरिये संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि यह वीडियो उनका बेंगलुरु का आर्टवर्क है। वायरल दावा गलत है।

पड़ताल के अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले पेज की जांच की। जांच में पता चला इस पेज को 11K लोग फॉलो करते हैं। फेसबुक पर इस पेज को 20 दिसंबर 2021 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक निकला। वीडियो में दिख रहा व्यक्ति कोई असली एस्ट्रोनॉट नहीं है, बल्कि बेंगलुरु के आर्टिस्ट बादल नानजुंदास्वामी द्वारा बनाया गया वीडियो है। वायरल वीडियो पुराना है।

  • Claim Review : जम्मू - कश्मीर में सड़कों का हाल दिखाती वीडियो।
  • Claimed By : फेसबुक पेज -City News
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