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Fact Check: पानी के बवंडर का यह वीडियो पुणे का है, इलाहाबाद का नहीं

विश्वास न्यूज़ की जाँच में वायरल दावा भ्रामक निकला। सोशल मीडिया पर वायरल पानी के बवंडर का ये वीडियो इलाहाबाद का नहीं है, बल्कि 2018 में पुणे में जेजुरी के पास नज़रे बांध के किनारे शूट किया गया था।

  • By: Devika Mehta
  • Published: Aug 2, 2022 at 04:34 PM
  • Updated: Aug 2, 2022 at 04:44 PM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर बवंडर के एक वीडियो को शेयर कर हाल का बताते हुए दावा किया जा रहा है कि इलाहाबाद में एक अद्भुत नज़ारा देखने को मिला है। जहाँ बादल गंगा नदी से पानी लेकर जा रहे हैं। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में इस दावे को भ्रामक पाया। वायरल वीडियो 2018 का है, जिसे पुणे में जेजुरी के पास नज़रे बांध के किनारे शूट किया गया था। जिसे लोग अब गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक पेज “गौ हमारी माता है” ने 1 अगस्त को ये वीडियो शेयर किया है और लिखा है,”इलाहाबाद के संगम में गंगा से बादल पानी ले जाते हुए यह पहली बार हुआ है।प्रकृति का अद्भुत दृश्य देखें….हर हर महादेव”

फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट में लिखी गई बातों को यहां ज्यों का त्यों पेश किया गया है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी न्यूज़ रिपोर्ट टाइम्स ऑफ़ इंडिया की वेबसाइट पर 10 जून 2018 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो पुणे में जेजुरी के पास नज़रे बांध में उठे एक बवंडर का है।

वायरल वीडियो से जुड़ी अन्य रिपोर्ट्स को यहाँ देखा जा सकता है। महाराष्ट्र टाइम्स डॉट कॉम की वेबसाइट पर भी इस वीडियो को जेजुरी इलाके के नज़रे बांध का बताया गया है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड से सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी वीडियो न्यूज़ रिपोर्ट Zee 24 Kalak के यूट्यूब चैनल पर 10 जून 2018 को अपलोड मिली। रिपोर्ट में मराठी भाषा में भी यही जानकारी दी गई है कि ये वीडियो महाराष्ट्र के पुणे शहर में स्थित नज़रे बांध में आए बवंडर का है।

पूरी तरह से पुष्टि करने के लिए हमने दैनिक जागरण के प्रयागराज के एडिटर राकेश पांडेय के साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि इस तह की कोई घटना यहाँ नहीं हुई है। वायरल दावा गलत है।

अधिक जानकारी के लिए हमने पुणे के स्थानीय पत्रकार मंगेश फल्ले से बात की। उनके साथ भी वायरल वीडियो के लिंक को शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो पुणे का है और 2018 का है।

पड़ताल के अंत में हमने इस वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले पेज की जाँच की। जाँच में पता चला कि  इस पेज को 264,953 लोग फॉलो करते हैं। फेसबुक पर इस पेज को18, जनवरी 2013 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की जाँच में वायरल दावा भ्रामक निकला। सोशल मीडिया पर वायरल पानी के बवंडर का ये वीडियो इलाहाबाद का नहीं है, बल्कि 2018 में पुणे में जेजुरी के पास नज़रे बांध के किनारे शूट किया गया था।

  • Claim Review : इलाहाबाद के संगम में गंगा से बादल पानी ले जाते हुए यह पहली बार हुआ है।
  • Claimed By : गौ हमारी माता है
  • Fact Check : भ्रामक
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