Fact Check: चितौड़गढ़ के श्रृंगार चौरी मंदिर की तस्वीर को मस्जिद बताकर किया जा रहा गलत दावा
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ किला परिसर में स्थित श्रृंगार चौरी मंदिर की तस्वीर को मस्जिद होने के दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। इस मंदिर का ऊपरी हिस्सा गुंबद के आकार का है, लेकिन यह मस्जिद नहीं है।
- By: Abhishek Parashar
- Published: Jun 2, 2022 at 06:18 PM
- Updated: Jun 2, 2022 at 06:32 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में मंदिरनुमा ढांचा नजर आ रहा है, जिसके ऊपर गुंबद जैसी आकृति दिखाई दे रही है। दावा किया जा रहा है कि वीडियो में नजर आ रहा ढांचा नीचे से मंदिर और ऊपर से मस्जिद है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रहे वीडियो में नजर आ रहा ढांचा मंदिर ही है। यह राजस्थान के चितौड़गढ़ किले में मौजूद श्रृंगार चौरी मंदिर है। मंदिर का ऊपरी सिरा गोलाकार गुंबद की तरह नजर आता है, लेकिन यह किसी मंदिर को तोड़कर मस्जिद को बनाए जाने का मामला नहीं है।
क्या है वायरल?
फेसबुक यूजर ‘Sarita Kumari Mali’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”👆👇नीचे से मंदिर ऊपर मस्जिद,
यही है गंगा जमुनी तहजीब.
इसीलिए मजहबी लोगों को मस्जिद के सर्वे पर तकलीफ़ हो रही है, ज़रा महसूस कीजिए मंदिरों के टूटने पर हिंदुओं को कितना दर्द हुआ होगा???”
सोशल मीडिया के अलग-अगल प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
पड़ताल
गूगल रिवर्स इमेज सर्च में यह तस्वीर thinkingparticle.com की वेबसाइट पर लगी मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक यह राजस्थान के चित्तौड़गढ़ किले के भीतर मौजूद श्रृंगार चौरी मंदिर है, जिसका निर्माण वेलाका ने 1448 ईस्वी में कराया था।
commons.wikimedia.org पर इस मंदिर की बड़ी तस्वीर को बड़े आयाम में देखा जा सकता है। फोटो एजेंसी alamy.com की वेबसाइट पर भी इस तस्वीर को बड़े फ्रेम में देखा जा सकता है। दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर पुराने हिंदू मंदिर की है, जिसका ऊपरी हिस्सा गुंबद के आकार का है और यह राजस्थान के चितौड़गढ़ में स्थित है।
ignca.gov.in की वेबसाइट पर इस मंदिर की कई अन्य तस्वीरें और इसके साथ दिया गया विवरण भी मिला। एक तस्वीर के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘मंदिर के पश्चिमी द्वार स्तंभ के शिलालेख के अनुसार चिह्नित होता है कि कोला महाराणा कुम्भा के कोषाध्यक्ष थे। कोला के पुत्र वेलाका ने इस मंदिर को 1449 में बनवाया था और जिन सागर सूरी ने इस मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा की। बाद में बनबीर ने इस मंदिर को एक विशाल दीवार से बंद कर दिया था। अब यह मंदिर खुला है।’
वायरल तस्वीर को लेकर हमारे सहयोगी नई दुनिया के उदयपुर के संवाददाता सुभाष शर्मा ने चितौड़ दुर्ग के सेंट्रल ऑर्कियोलॉजी के पुरा विशेषज्ञ विवेक वैष्णव से संपर्क किया। वैष्णव ने कहा, ‘मुस्लिम शासकों से मंदिरों को बचाने के लिए शिखरों को ऐसा रूप दे दिया जाता था, ताकि वह सुरक्षित रहे। ऐसा ही चित्तौड़ दुर्ग के मंदिर में किया गया।’
बाद में इस ढांचे में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जिसकी वजह से ऐसा भ्रम होता है कि मंदिर को तोड़कर मस्जिद का निर्माण किया गया। सुभाष शर्मा ने भी पुष्टि करते हुए बताया कि चितौड़गढ़ किला परिसर में कोई मस्जिद मौजूद नहीं है और वायरल हो रही तस्वीर मंदिर की है, जिसका ऊपरी हिस्सा गुंबद के आकार का है।
निष्कर्ष: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ किला परिसर में स्थित श्रृंगार चौरी मंदिर की तस्वीर को मस्जिद होने के दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। इस मंदिर का ऊपरी हिस्सा गुंबद के आकार का है, लेकिन यह मस्जिद नहीं है।
- Claim Review : नीचे मस्जिद ऊपर से मंदिर
- Claimed By : FB User-Sarita Kumari Mali
- Fact Check : झूठ
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