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Fact Check: दिल्ली में लूटपाट और हत्या की पुरानी वारदात का सीसीटीवी फुटेज सांप्रदायिक रंग के साथ भ्रामक दावे से वायरल

दिल्ली के संगम विहार इलाके में लूटपाट और हत्या की पुरानी वारदात के सीसीटीवी फुटेज को सांप्रदायिक रंग देकर भ्रामक दावे से वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक सीसीटीवी फुटेज में कुछ लोगों को दो व्यक्तियों को निर्ममतापूर्वक पीटते हुए उन्हें नाले में फेंकते हुए देखा जा सकता है। सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किए जा रहे इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि कुछ मुस्लिमों ने हिंदू युवकों की उनकी धार्मिक पहचान की वजह से हत्या कर उन्हें नाला में फेंक दिया।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक और गुमराह करने वाला निकला। वायरल हो रहा सीसीटीवी फुटेज दिल्ली के संगम विहार में घटित लूट और हत्या की पुरानी हत्या से संबंधित है, जिसे सांप्रदायिक रंग देकर हाल की घटना बताते हुए वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

फेसबुक यूजर ‘Sheetal Nehra’ ने वायरल फुटेज को शेयर करते हुए लिखा है, ”दिल्ली के संगम विहार की घटना सामने आई हैं
रमजान अली और उसके दोस्तों ने जतिन और पंकज को ईंट और पत्थर से पीट पीटकर नाले में फेंक दिया जिसमे जतिन की मौत हो गयी और पंकज की हालत अभी भी गंभीर हैं…इन जिहादियों ने 3000 रूपये और मोबाइल छीनने के लिए ये निर्मम हत्या कर दी।”

कई अन्य यूजर्स ने इस फुटेज को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो में कुछ लोगों को दो व्यक्तियों को निर्ममतापूर्वक पीटते हुए उन्हें घसीटकर नाले में फेंकते हुए देखा जा सकता है। वायरल फुटेज के स्क्रीनशॉट को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर NDTV की वेबसाइट पर 23 दिसंबर 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल फुटेज का इस्तेमाल तस्वीर के तौर पर किया गया है।

NDTV की वेबसाइट पर 23 दिसंबर 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट

रिपोर्ट के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, ’20 दिसंबर की रात जन्मदिन की पार्टी से लौटते वक्त दो लोगों पर क्रूरतापूर्वक हमला हुआ। सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक कुछ लोगों के समूह ने पीड़ितों पर पत्थरों से हमला किया और उन्हें बुरी तरह से पीटने के बाद नाले में फेंक दिया। घटना दिल्ली के संगम विहार इलाके में हुई और इसमें एक पीड़ित की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया।’

रिपोर्ट के मुताबिक, ‘पीड़ितों की पहचान पंकज और जतिन के रूप में हुई है। इन दोनों पर करीब सात लोगों ने हमला किया। दोनों अपने दोस्त के जन्मदिन की पार्टी मनाने के बाद रात के दो बजे घर लौट रहे थे और रास्ते में कुछ लोगों ने उन्हें रोकते हुए उनके पास मौजूद कीमती सामन उन्हें सौंपने के लिए कहा। जब उन्होंने ऐसा करने से मना किया तो उन्होंने हमला कर दिया।’

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (दक्षिण दिल्ली) एम हर्षवर्द्धन ने कहा, ‘सोमवार को घटना के करीब 10 घंटे के बाद पीसीआर को इसकी सूचना दी गई और फिर संगम विहार पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज हुआ। हमने इस मामले में एक आरोपी रजमान अली को गिरफ्तार किया है।’ पुलिस के मुताबिक, अली पहले भी एक लूटपाट के मामले में आरोपी रहा है।

घटना को सांप्रदायिक रंग देकर दिए जाने का मामला सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस की तरफ से इस मामले में स्पष्टीकरण भी दिया था। 24 दिसंबर 2021 को दक्षिणी दिल्ली के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त के बयान के मुताबिक, ‘संगम विहार इलाके में लूटपाट सह हत्या के वारदात में दिल्ली पुलिस ने आईपीसी की धारा 394/395/302/34 के तहत मुकदमा दर्ज किया है और एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपियों को पकड़ने की कोशिशें जारी हैं।’

न्यूज एजेंसी एएनआई ने इस मामले में दिल्ली पुलिस के बयान को ट्वीट किया था, जिसके मुताबिक यह कोई सांप्रदायिक घटना नहीं थी। घटना के आरोपियों में हिंदू समुदाय का व्यक्ति भी शामिल था।

विश्वास न्यूज ने इस मामले को लेकर संगम विहार पुलिस से संपर्क किया। संगम विहार पुलिस स्टेशन के एसएचओ देवेंद्र कुमार सिंह ने इस घटना के सांप्रदायिक होने के दावे को सिरे से खारिज करते हुए बताया, ‘यह कुछ महीने पुरानी घटना है और यह शुद्ध रूप से लूटपाट और हत्या का मामला था। पुलिस ने इस मामले के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और वह सभी अभी कैद में हैं। पुलिस इस मामले में आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र भी दाखिल कर चुकी है।’

वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर 100 से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: दिल्ली के संगम विहार इलाके में लूटपाट और हत्या की पुरानी वारदात के सीसीटीवी फुटेज को सांप्रदायिक रंग देकर भ्रामक दावे से वायरल किया जा रहा है।

  • Claim Review : दिल्ली के संगम विहार में मुस्लिमों ने लूटपाट करते हुए की हिंदुओं की हत्या
  • Claimed By : FB User-Sheetal Nehra
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