Fact Check: न्यूज पेपर की एडिटेड कटिंग वायरल कर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ किया जा रहा गलत दावा
अरविंद केजरीवाल के फर्जी बयान की एडिटेड कटिंग वायरल कर झूठा दावा किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी के प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
- By: Sharad Prakash Asthana
- Published: Apr 1, 2022 at 03:25 PM
- Updated: Apr 1, 2022 at 05:20 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद से ही सोशल मीडिया पर कई प्रकार की खबरें, वीडियो और तस्वींरें वायरल हो रही हैं। अब आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कथित बयान वाली खबर की न्यूज पेपर की कटिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
खबर का शीर्षक है, कश्मीर पर भारत अपना हक छोड़ दे, कश्मीरी लोग आजादी चाहते हैं: केजरीवाल। इसमें लिखा है, प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर मसले का समाधान निकालने के लिए केजरी को पाकिस्तान के साथ सार्थक बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में स्थाई शांति के लिए यह जरूरी हो गया है। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर विधानसभा के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए नवाज शरीफ ने कहा कि मैं केजरी को कश्मीर मामले का हल निकालने के लिए व्यापक, निरंतर और सार्थक वार्ता के लिए आमंत्रित करता हूं। खबर की डेटलाइन इस्लामाबाद, प्रेट्र लिखी है। अखबार की कटिंग में दाईं तरफ पाकिस्तान में भारतीय ध्वज को जलाए जाने की भी खबर है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि अखबार की कटिंग में झूठा दावा किया जा रहा है। दरअसल, अखबार की कटिंग को एडिट करके वायरल किया गया है। इसका ओरिजनल समाचार 5 फरवरी 2014 को दैनिक जागरण में प्रकाशित हुआ था। इसका शीर्षक था, ‘शरीफ का कश्मीर पर बातचीत के लिए न्योता’, जिसको एडिट करके वायरल किया गया।
क्या है वायरल पोस्ट में
फेसबुक यूजर Namo India (आर्काइव) ने 30 मार्च को अखबार की इस कटिंग को शेयर किया है। इसके साथ में लिखा है,
गद्दार वही.
बस समय के साथ थोड़ा बनावटी हो गया है.केजरीवाल
(कंटेंट को ज्यों का त्यों लिखा गया है।)
ट्विटर यूजर @csaajad1947 =ने भी न्यूजपेपर की कटिंग को पोस्ट कर समान दावा किया।
पड़ताल
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने सबसे पहले न्यूजपेपर की कटिंग को ध्यान से देखा। इसमें प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का जिक्र है। साथ ही खबर की हेडिंग का मैटर में कही भी जिक्र नहीं है। खबर में लिखा है कि नवाज शरीफ ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर विधानसभा के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए केजरीवाल को निमंत्रण देने की बात कही है। मतलब खबर अभी की नहीं है, क्योंकि इस वक्त पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान हैं। abplive में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 में इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे। इससे पहले नवाज शरीफ 2013 में एक बार फिर पाकिस्तान में पीएम की गद्दी पर बैठे थे, लेकिन 2017 में उनको हटा दिया गया था।
इसकी और पड़ताल के लिए हमने कीवर्ड से इसे सर्च किया। सर्च के दौरान हमें 5 फरवरी 2014 को दैनिक जागरण में प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में वायरल अखबार के कटिंग में छपा लेख हूबहू लिखा गया था। दैनिक जागरण के प्रकाशित रिपोर्ट का शीर्षक, ‘शरीफ का कश्मीर पर बातचीत के लिए न्योता’ था। कंटेंट के इंट्रो में लिखा है- प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बुधवार को कश्मीर मसले का समाधान निकालने के लिए भारत को पाकिस्तान के साथ सार्थक बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में स्थाई शांति के लिए यह जरूरी हो गया है। जागरण की खबर का इंट्रो और वायरल खबर का इंट्रो बिल्कुल सेम है। दोनों को ध्यान से देखा तो पता चला कि दोनों का पूरा कंटेंट एक जैसा है, बस वायरल कटिंग में ‘भारत’ की जगह ‘केजरी’ कर दिया गया है। दोनों की खबरों की डेटलाइन इस्लामाबाद है।
बयान की और अधिक पुष्टि के लिए हमने गौतम बुद्ध नगर के आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता संजीव कुमार निगम से संपर्क किया। उनका कहना है, यह काफी पुरानी फेक न्यूज है। पहले भी वायरल हो चुकी है। दूसरे दल अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने के लिए इए तरह का झूठ फैला रहे हैं।
फेसबुक यूजर Namo India की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि वह एक राजनीतिक दल से जुड़े हुए हैं।
निष्कर्ष: अरविंद केजरीवाल के फर्जी बयान की एडिटेड कटिंग वायरल कर झूठा दावा किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी के प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
- Claim Review : केजरीवाल ने कहा, कश्मीर पर भारत अपना हक छोड़ दे, कश्मीरी लोग आजादी चाहते हैं
- Claimed By : FB User- Namo India
- Fact Check : झूठ
पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...