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Fact Check: वीडियो में दिख रहे शख्स हिमालया कंपनी के मालिक नहीं, बल्कि सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट हैं, गलत दावा हो रहा वायरल

वायरल वीडियो में दिख रहे शख्स का हिमालया कंपनी से कोई संबंध नहीं है। इसमें दिख रहे शख्स का नाम भानु प्रताप सिंह है, जो सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं। वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

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नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर 1.40 मिनट का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इसमें कोट पैंट और टाई पहने एक शख्स रिलायंस और पतंजलि के प्रोडक्ट के बहिष्कार की बात कर रहा है। वीडियो में सीएए, एनपीआर और एनआरसी को नकराने वाले नारे के साथ लोग काले झंडे लिए खड़े हुए हैं। ऐसा लग रहा है कि वह रोड पर किसी सभा को संबोधित कर रहे हैं। वीडियो पर ​Delhi और Times Express, Voice Of Democracy लिखा हुआ है। दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिख रहे शख्स Himalaya कम्पनी के मालिक हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वीडियो में दिख रहे शख्स हिमालया कंपनी के मालिक नहीं, बल्कि सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं। उनका नाम भानु प्रताप सिंह है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर Harish Bagwaiya ने 16 मार्च 2022 को इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा,
Himalaya कम्पनी का मालिक है ये मुला,,, वक्त है इसके भाषण को सुनिए विचार कीजिए और सतर्क हो जाइए , आयुर्वेदिक मेडिसिन से ब्यूटि प्रॉडक्ट्स बनाता है liv52 syrup se lekar himaliya neem, tulsi aur hand sensitiser tak , हिमालय नाम सुनके हम जल्दी भावुक हो जाते हैं और हमारा फैसला और कंपनियों को छोड़कर हिमालय के नाम पर भरोसा हो जाता है जबकि इसकी असलियत सामने से देखी जा सकती है ,सभी ग्रूप में डालिए और ख़रीदना बंद कीजिए खुद व खुद घुटने पर आ जाएगा बहुतो ऑप्शनस है । (पोस्ट को ज्यों का त्यों यहां लिखा गया है।)

पड़ताल

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले यूट्यूब पर Times Express को सर्च किया। इसमें हमें 25 जनवरी 2020 को अपलोड किया गया वीडियो मिला। इसका टाइटल है, हिंदुस्तानी कहना बंद करो – भानु प्रताप सिंह! CAA पर मुसलमानों के बीच मचाया तहलका। इसके डिस्क्रिप्शन में लिखा है, देश के जाने-माने वकील भानु प्रताप सिंह ने CAA पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद दिल्ली के मुस्तफाबाद में धरने पर बैठे जनता को संबोधित करते हुए जो कुछ कहा अभी देखें पूरा वीडियो। वीडियो में 4.35 मिनट के बाद वायरल वीडियो को देखा जा सकता है।

https://www.youtube.com/watch?v=5UILmsGneGE

eastcoastdaily में भी 29 जनवरी को खबर छपी है। इसमें वीडियो को अपलोड किया गया है। इसके मुताबिक, मशहूर वकील भानु प्रताप सिंह ने दिल्ली के मुस्तफाबाद में एंटी सीएए प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कुछ ब्रांड्स के बहिष्कार की बात कही।

27 दिसंबर 2020 को AR News India पर अपलोड किए गए वीडियो में भी वकील भानु प्रताप सिंह का संबोधन दिखाया गया है। देखने पर पता चलता है कि वायरल वीडियो और इसमें दिख रहे शख्स एक ही हैं।

इस बारे में हमने भानु प्रताप सिंह से बात की। उनका कहना है, वीडियो में दिख रहा शख्स मैं ही हूं। मेरा हिमालया कंपनी से कोई संबंध नहीं है। मैं सुप्रीम कोर्ट में वकील हूं।

अब हिमालया कंपनी की बात करें तो कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, इसकी शुरुआत करीब 90 साल पहले हुई थी। इसके संस्थापक का नाम एम मनल है। 1964 में मेराज मनल ने कंपनी को ज्वाइन किया। 1986 में कंपनी के संस्थापक एम मनल का निधन हो गया था।

पिछले साल जुलाई में भी इस तरह का दावा किया गया था, जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज ने की थी। पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल करने वाले फेसबुक यूजर Harish Bagwaiya की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। वह एक विचारधारा से प्रेरित हैं।

निष्कर्ष: वायरल वीडियो में दिख रहे शख्स का हिमालया कंपनी से कोई संबंध नहीं है। इसमें दिख रहे शख्स का नाम भानु प्रताप सिंह है, जो सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं। वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

  • Claim Review : वीडियो में दिख रहा शख्स हिमालय कंपनी का मालिक है
  • Claimed By : FB User- Harish Bagwaiya
  • Fact Check : झूठ
झूठ
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