Fact Check: जनता कर्फ्यू की फोटो ओवैसी पर हमले के विरोध में हुए हैदराबाद बंद से जोड़कर भ्रामक दावा वायरल
असदुद्दीन ओवैसी पर हुए हमले के विरोध में हैदराबाद में चारमीनार का बाजार बंद किया गया है, लेकिन वायरल फोटो इससे संबंधित नहीं है। फोटो 22 मार्च 2020 को केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए जनता कर्फ्यू की है।
- By: Sharad Prakash Asthana
- Published: Feb 4, 2022 at 09:19 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर हुए हमले के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह चारमीनार के आसपास के बाजार की तस्वीर है, जिसे ओवैसी पर हुए हमले के विरोध में बंद कर दिया गया। तस्वीर में चारमीनार के आसपास के बाजार को बंद देखा जा सकता है। हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला। ओवैसी पर हुए हमले के विरोध में चारमीनार के आसपास के बाजार बंद हुए थे, लेकिन वायरल हो रही तस्वीर इससे संबंधित नहीं, बल्कि पुरानी घटना से संबंधित है।
क्या है वायरल पोस्ट में
फेसबुक यूजर Mohammad Yahya ने 4 फरवरी 2022 को यह फोटो पोस्ट करते हुए लिखा,
बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी साहब पर हमले की खबर सुनते ही पूरे हैदराबाद में लोगों ने अपने कारोबार और दुकानें बंद कर कर इस घटना की मजम्मत की
ट्विटर यूजर Kalim Sayyed (आर्काइव) ने भी इस फोटो को पोस्ट करते हुए ऐसा ही दावा किया।
फेसबुक पर कई अन्य यूजर्स ने भी इस फोटो को पोस्ट करते हुए मिलता—जुलता दावा किया।
पड़ताल
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले फोटो को गूगल रिवर्स इमेज टूल से सर्च किया। इसमें हमें dailyhunt में करीब दो साल पहले छपी तेलंगाना टुडे की खबर मिली। इसमें वायरल फोटो भी मिल गई। खबर के मुताबिक, हैदराबाद में जनता कर्फ्यू ने जनजीवन को ठप कर दिया।
इसको और सर्च करने पर हमें socialnews पर भी यह फोटो मिल गई। इसके कैप्शन में लिखा है, Hyderabad: The Charminar and adjoining areas bear a deserted look during nationwide shutdown – Janata Curfew – called by Prime Minister Narendra Modi as a measure to contain the spread of COVID-19, in Hyderabad March 22, 2020. (Photo: IANS) (हैदराबाद: जनता कर्फ्यू के दौरान देश में पूरी तरह से बंद होने के दौरान चारमीनार और उसके आसपास के क्षेत्र में सन्नाटा छाया रहा। कोविड—19 के प्रसार को रोकने के लिए जनता कर्फ्यू को लागू किया गया था।)
इसकी पुष्टि के लिए हमने हैदराबाद में आईएएनएस के विशेष संवाददाता मोहम्मद शफीक से संपर्क साधा। उनका कहना है, इस पिक्चर को जनता कर्फ्यू के दौरान लिया गया था।
इसके बाद हमने ओवैसी पर हमले के विरोध में हैदराबाद की खबर को सर्च किया। 4 फरवरी 2022 को आज तक में छपी खबर के मुताबिक, हमले के विरोध में चारमीनार बाजार को आज बंद कर दिया गया है। प्रदर्शनकारियों ने चारमीनार पर काला झंडा भी फहराया था। रैपिड एक्शन फोर्स को चारमीनार बाजार में तैनात कर दिया गया है।
ANI ने भी 4 फरवरी को वहां की कुछ फोटो ट्वीट की है। इसके अनुसार, हमले के विरोध में चारमीनार के पास एआईएमआईएम के समर्थकों ने प्रदर्शन किया है। वहां सुरक्षा बल को तैनात को कर दिया गया है।
3 फरवरी को jagran में छपी खबर के मुताबिक, गुरुवार शाम को एआईएमआईएम के अध्यक्ष एवं सांसद असदुद्दीन ओवैसी की कार पर दो हमलावरों ने फायरिंग कर दी थी। हमला पिलखुवा के एनएच-9 स्थित छिजारसी टोल प्लाजा पर किया गया था।
पुरानी फोटो को भ्रामक दावे के साथ वायरल करने वाले फेसबुक यूजर Mohammad Yahya की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। वह एक राजनीतिक विचारधारा से प्रेरित हैं।
निष्कर्ष: असदुद्दीन ओवैसी पर हुए हमले के विरोध में हैदराबाद में चारमीनार का बाजार बंद किया गया है, लेकिन वायरल फोटो इससे संबंधित नहीं है। फोटो 22 मार्च 2020 को केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए जनता कर्फ्यू की है।
- Claim Review : Claim: ओवैसी पर हमले के विरोध में बंद हुए बाजार की है फोटो
- Claimed By : FB User- Mohammad Yahya
- Fact Check : भ्रामक
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