Fact Check: जुलाई 2021 में मुजफ्फरनगर में रोका गया था भाजपा का प्रचार वाहन, वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल
मुजफ्फरनगर के जुलाई 2021 के वीडियो को अब भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। किसान आंदोलन के समय भाकियू कार्यकर्ताओं ने यूपी सरकार के प्रचार वाहन को रोका था।
- By: Sharad Prakash Asthana
- Published: Jan 26, 2022 at 01:56 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। यूपी चुनाव 2022 से पहले कई पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इनमें फर्जी व भ्रामक पोस्ट भी शामिल हैं। सोशल मीडिया पर 30 सेकंड का एक वीडियो पोस्ट किया जा रहा है। इसमें कुछ लोग भाजपा के प्रचार वाहन को रोककर उसके ड्राइवर को धमका रहे हैं। वे कह रहे हैं कि अगर जिला मुजफ्फरनगर में घुस गया तो इलाज कर देंगे। इसके बाद ड्राइवर उनके सामने हाथ जोड़कर सॉरी बोलता है। धमका रहे लोगों ने भाकियू कार्यकर्ताओं के जैसी टोपी लगाई हुई है। दावा किया जा रहा है कि भाजपा प्रचार वाली गाड़ी को मुजफ्फरनगर में नहीं घुसने दिया गया।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वीडियो पिछले साल जुलाई की है। उस समय तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन कर रहे थे। इसका हाल—फिलहाल चुनाव से कोई संबंध नहीं है।
क्या है वायरल पोस्ट में
फेसबुक यूजर Krishna Rathi ने 24 जनवरी 2022 को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,
अगर ज़िला मुजफ्फरनगर में इसकी तस्वीर लगाकर घुस गया न तो इलाज कर देंगें…
गंजा करके भेजेंगे…
पड़ताल
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने कीवर्ड से न्यूज सर्च की। इसमें हमें royalbulletin में 26 जुलाई 2021 को छपी खबर का लिंक मिला। इसमें हमें वीडियो भी मिल गया, जिसमें वायरल क्लिप भी है। खबर के मुताबिक, छपार टोल प्लाजा पर भाकियू कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। आज देर शाम को उन्होंने पूर्व ब्लाक अध्यक्ष मांगेराम त्यागी के नेतृत्व में भाजपा के प्रचार वाहन को रोककर ड्राइवर को जिले में नहीं घुसने की धमकी दी।
27 जुलाई 2021 को पत्रिका में छपी खबर के मुताबिक, दिल्ली—देहरादून हाईवे स्थित छपार टोल प्लाजा पर धरना दे रहे छह भाकियू कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज हो गया है। वे कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के प्रचार वाहन को रोककर ड्राइवर से अभद्रता की थी। प्रचार वाहन के ड्राइवर सुरेश और उनके सहयोगी नितिन ने छपार थाने में तहरीर दी है। इस आधार पर भाकियू के छह कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज हुआ है।
इसकी पुष्टि के लिए हमने पुरकाजी के पूर्व ब्लाक अध्यक्ष मांगेराम त्यागी से बात की। उनका कहना है, पिछले साल उन्होंने प्रचार वाहन को रोका था। उस समय केस भी दर्ज हुआ था।
इस बारे में मुजफ्फरनगर के दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ मनीश शर्मा का कहना है, यह वीडियो पिछले साल जुलाई का है। किसान आंदोलन के दौरान प्रचार वाहन को रोका गया था। ड्राइवर ने छपार थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में इस पर अंतिम रिपोर्ट लगाते हुए केस को खत्म कर दिया गया था।
वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल करने वाली फेसबुक यूजर Krishna Rathi की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। वह रोहतक में रहती हैं और एक विचारधारा से प्रेरित हैं।
निष्कर्ष: मुजफ्फरनगर के जुलाई 2021 के वीडियो को अब भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। किसान आंदोलन के समय भाकियू कार्यकर्ताओं ने यूपी सरकार के प्रचार वाहन को रोका था।
- Claim Review : यूपी चुनाव में प्रचार के लिए जा रहे भाजपा के वाहन को मुजफ्फरनगर में घुसने से रोका
- Claimed By : FB USER- Krishna Rathi
- Fact Check : भ्रामक
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