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Fact Check: बांग्लादेश के दुर्गा पूजा पंडाल में लगे नमाज़ के शेड्यूल की तस्वीर को पश्चिम बंगाल का बता कर किया जा रहा है वायरल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की और पाया कि यह तस्वीर बांग्लादेश के एक पूजा पंडाल की है, भारत की नहीं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर आज कल एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें एक दुर्गा पूजा पंडाल के भीतर एक बोर्ड पर नमाज़ की टाइमिंग्स लिखा देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह पश्चिम बंगाल के एक पंडाल की तस्वीर है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की और पाया कि यह तस्वीर बांग्लादेश के एक पूजा पंडाल की है, भारत की नहीं।

क्या है वायरल पोस्ट में?

राष्ट्रदेव नाम के एक फेसबुक पेज ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए साथ में लिखा, “बंगाल प्रशासन द्वारा दुर्गा पूजा पंडालों में नमाज टाइम टेबल के बोर्ड बनवा कर लगवाए गए हैं, ताकि हिन्दू भक्तजन उस समय अपनी पूजा बन्द कर दें, जिससे कि नमाजियों की नमाज में खलल न पड़े। रोजाना दिन में पाँच बार होने वाली नमाज में व्यवधान न हो इसके लिए वर्ष में एक बार आने वाले हिंदुओं के पर्व को रोका जा रहा है। अभी बंगाल में नमाज वाले मात्र 30% है आने वाले समय मे यदि यह संख्या 50% होगी तो बंगाल में भी वही होगा तो बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहा है। सदैव स्मरण रहे…..हिन्दू घटा – देश बंटा”

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्ट को जांचने के लिए तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें यह तस्वीर dailyfrontier.news की वेबसाइट पर मिली। इस असली तस्वीर में यह बैनर बांग्ला भाषा में लगा हुआ था और उसका अनुवाद वही था जो वायरल तस्वीर में है। मगर इस खबर के अनुसार, यह तस्वीर बांग्लादेश की राजधानी ढाका के उत्तरा स्थित सेक्टर 11 के एक दुर्गा पूजा पंडाल की है। खबर के अनुसार, “अनुवादित: राजधानी ढाका के उत्तरा के सेक्टर 11 में पूजा मंडप के सामने पांच वक्त का प्रार्थना कार्यक्रम लटका दिया गया है, ताकि नमाज के दौरान गाने न बजें. उत्तरा लोक पूजा समिति ने कहा, “हम, हिंदू समुदाय के लोग, यह नहीं जानते कि मुसलमान कब और कब नमाज़ के लिए पुकारते हैं, इसलिए यह हमारी असाधारण पहल है।” हर धर्म के लोगों को यह ध्यान रखने की जरूरत है कि दूसरे धर्मों के लोगों को हमारे धर्म का पालन करने में कोई समस्या नहीं है। बांग्लादेश एक गैर-सांप्रदायिक देश है और इस देश में हिंदू, मुस्लिम, ईसाई और बौद्ध रहते हैं जैसे कि हम एक-दूसरे के पूरक हैं। हालांकि, हमारे धर्म अलग हैं, लेकिन हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं।”

ये बात तो तय थी कि यह तस्वीर बांग्लादेश की है, पर अब हमें यह जानना था कि क्या पश्चिम बंगाल में ऐसी कोई घटना हुई है? हमने इंटरनेट पर कीवर्ड्स के साथ ढूंढा मगर हमें कहीं भी ऐसी कोई खबर नहीं मिली।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण के कोलकाता ब्यूरो चीफ जे के वाजपेयी से संपर्क साधा। उन्होंने बताया कि यह वायरल तस्वीर वेस्ट बंगाल की नहीं है और उनकी जानकारी के अनुसार, राज्य में ऐसी कोई घटना सामने नहीं आयी है।

इस पोस्ट को राष्ट्रदेव नाम के एक फेसबुक पेज ने शेयर किया था। पेज के कुल 368,648 फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की और पाया कि यह तस्वीर बांग्लादेश के एक पूजा पंडाल की है, भारत की नहीं।

  • Claim Review : बंगाल प्रशासन द्वारा दुर्गा पूजा पंडालों में नमाज टाइम टेबल के बोर्ड बनवा कर लगवाए गए हैं ताकि हिन्दू भक्तजन उस समय अपनी पूजा बन्द कर दें जिससे कि नमाजियों की नमाज में खलल न पड़े।
  • Claimed By : राष्ट्रदेव
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